भागलपुर में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कांग्रेस और राजद पर निशाना साधा है।
केंद्रीय मंत्री ने बिहार में हुए दंगों को भड़काने की कोशिश के लिए कांग्रेस और राजद पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, 'केंद्र और राज्य में एनडीए सरकार इस तरह के प्रयासों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।'
उन्होंने दावा किया कि केंद्र और बिहार सरकार ने बिहार में 'दंगे' पैदा करने के प्रयासों को नाकाम किया था, लेकिन राजद और कांग्रेस राज्य में अशांति फैलाना चाहते थे।
केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, 'हम दंगों को उकसाने के लिए राजद और कांग्रेस के इरादे को नाकाम कर देंगे। साजिशकर्ता राज्य में दंगा फैलाना चाहते थे लेकिन ऐसा हो न सका। बिहार सरकार और केंद्र एक साथ राज्य में अशांति फ़ैलाने के प्रयासों को विफल करेगी।'
भागलपुर, औरंगाबाद, नालंदा और समस्तीपुर के बाद नवादा जिले में भी कल तनाव देखने को मिला। नवादा बाइपास में धार्मिक स्थल को क्षतिग्रस्त करने की बात सामने आने के बाद हिंसक प्रदर्शन शुरु हो गया धार्मिक स्थल की तोड़-फोड़ के बाद आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल किया।
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इसके आलावा रामनवमी के मौक़े पर पश्चिम बंगाल के आसनसोल में भड़की हिंसा को लेकर अश्विनी चौबे ने ममता बनर्जी को आड़े हाथ लिया। चौबे ने ममता बनर्जी की अगुवाई वाली पश्चिम बंगाल सरकार पर राज्य की स्थिति से निपटने के लिए 'असफल रहने' का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, 'पश्चिम बंगाल सरकार पूरी तरह से लोगों के बीच सद्भाव और सहिष्णुता बनाए रखने में असफल रही है।'
पश्चिम बर्डवाड़ जिले के आसनसोल और रानीगंज ने रविवार और सोमवार को राम नवमी उत्सव के दौरान दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हुई थी।
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हिंदू नववर्ष जुलूस के दौरान भड़का दंगा
बिहार के भागलपुर जिले के नाथनगर में हिंदू नववर्ष जुलूस के दौरान दंगा भड़क गया था। इस मामले में पुलिस ने केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री और बक्सर क्षेत्र के सांसद अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। हिंदू नववर्ष के मौके पर इस इलाके में एक जुलूस निकाला गया था जिस पर पथराव की घटना हुई थी। इसके बाद दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए थे। इस दौरान इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई थी और भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। उल्लेखनीय है कि भागलपुर संप्रदायिक तनाव के लिए संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। वर्ष 1989 में हुए दंगे के लिए यह क्षेत्र चर्चित रहा था।
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Source : News Nation Bureau