logo-image

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों संग करेंगे बैठक

मेघालय की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान शाह यहां के निकट उत्तर पूर्वी अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (एनईएसएसी) मुख्यालय में एक बैठक भी करेंगे.

Updated on: 17 Jul 2021, 09:18 AM

highlights

  • पूर्वोत्तर के मुख्यमंत्रियों के साथ अमित शाह की बैठक
  • कोरोना वायरस संक्रमण पर को लेकर करेंगे चर्चा
  • गृहमंत्री राज्य में कुछ परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे

 

 

नई दिल्ली:

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 17 जुलाई को पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात करने जा रहे हैं. इस दौरान उनके अन्य मुद्दों के साथ अंतरराज्यीय सीमा विवाद के मामले को उठाने की संभावना है. बैठक में इन राज्यों के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक भी शामिल होंगे. केंद्र ने इच्छा व्यक्त की है कि राज्यों के बीच अंतरराज्यीय मुद्दों को 15 अगस्त को 75वें स्वतंत्रता दिवस से पहले सुलझा लिया जाए. मेघालय की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान शाह यहां के निकट उत्तर पूर्वी अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (एनईएसएसी) मुख्यालय में एक बैठक भी करेंगे. गृहमंत्री राज्य में कुछ परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे. पूर्वोत्तर में कई मुद्दे हैं. मणिपुर और त्रिपुरा में आम चुनाव होने हैं. इस क्षेत्र में कोविड 19 (COVID-19) मामले भी अधिक हैं.

यह भी पढ़ें : रविकिशन घर से 500 रुपये लेकर पहुंचे थे मुंबई, राजनीति में ऐसे आए

मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 17 जुलाई को शिलॉन्ग में पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करेंगे. इस दौरान अन्य मुद्दों के साथ-साथ अंतरराज्यीय सीमा विवाद का मामला भी उठने की संभावना है. संगमा ने कहा कि बैठक में इन राज्यों के मुख्य सचिव और डीजीपी भी शामिल होंगे.

यह भी पढ़ें : किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए मोदी सरकार ने लॉन्च किया यह प्लेटफॉर्म, जानिए कैसे होगा फायदा

संगमा ने मीडिया से कहा, केंद्रीय गृह मंत्री ने हमें सूचित किया है कि वह 17 जुलाई को शिलॉन्ग के कन्वेंशन हॉल में पूर्वोत्तर राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करेंगे. केंद्र ने इच्छा व्यक्त की है कि राज्यों के बीच अंतरराज्यीय मुद्दों को 15 अगस्त को 75वें स्वतंत्रता दिवस से पहले सुलझा लिया जाए. संगमा ने कहा, 50 वर्षों से हम जटिल सीमा मुद्दों का हल नहीं कर पाए. वर्तमान में पूर्वोत्तर के राज्यों में राजनीतिक समझ है. हम इस मामले में उच्च स्तर पर चर्चा कर सकते हैं. 

यह भी पढ़ें : वैक्सीन ने रोका संक्रमण, केवल इतने प्रतिशत को जाना पड़ा अस्पताल: ICMR