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दिल्ली: PM मोदी की अगुवाई में हुई केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक

राष्ट्रपति भवन के ऑडिटोरियम में आज यानी मंगलवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद (Council of Ministers Meeting) की बैठक हुई.

Updated on: 15 Sep 2021, 12:03 AM

नई दिल्ली:

राष्ट्रपति भवन के ऑडिटोरियम में आज यानी मंगलवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद (Council of Ministers Meeting) की बैठक चल रही है. इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) कर रहे हैं. माना जा रहा है कि मंत्रिपरिषद की बैठक में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय किए जा सकते हैं. बैठक का समय दोपहर पौने चार बजे निर्धारित किया गया था. राष्ट्रपति भवन में यह बैठक रात 9 बजे तक चलेगी. आपको बता दें कि सामान्य तौर पर इस बैठक आयोजन राष्ट्रपति भवन में नहीं किया जाता. लेकिन इस बार यह बैठक राष्ट्रपति भवन के ऑडिटोरियम में रखी गई है.  बैठक में PM नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार के कई मंत्री शामिल होंगे.

इससे पहले प्रतीकों की राजनीति के माहिर माने जाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ से पूरे पश्चिम यूपी को साधने की कोशिश की है. इस दौरान उन्होंने विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत का इतिहास ऐसे राष्ट्र भक्तों से भरा पड़ा है. ऐसे आजादी के दीवानों ने अपना सब कुछ खपा दिया, लेकिन ये देश का दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद ऐसे राष्ट्र नायक और नायिकाओं की तपस्या से देश की अगली पीढ़ियों को परिचित ही नहीं कराया गया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को अलीगढ़ में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने के साथ ही उत्तर प्रदेश डिफेंस कारिडोर के अलीगढ़ नोड की कार्य प्रगति की समीक्षा भी की. उन्होंने कहा कि राजा महेन्द्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय आधुनिक शिक्षा का एक बड़ा केन्द्र बनेगा. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लिए बड़ी जमीन राजा महेन्द्र प्रताप सिंह जी ने दी थी. उनके नाम से बनने वाले विश्वविद्यालय के इस विचार को साकार करने के लिए योगी जी और उनकी टीम को बधाई। मेरे जीवन का सौभाग्य है कि मुझे राजा महेन्द्र प्रताप सिंह जी के नाम से इस विश्वविद्यालय के शिलान्यास करने का मौका मिला राष्ट्र नायक और राष्ट्र नायिकाओं की गाथाओं को जानने से देश की कई पीढ़ियां वंचित रह गईं. 20वीं सदी की उन गलतियों को आज 21वीं सदी का भारत सुधार रहा है. हमारी आजादी के आंदोलन में ऐसे कितने ही महान व्यक्तित्वों ने अपना सब कुछ खपा दिया. लेकिन ये देश का दुर्भाग्य रहा कि ऐसे राष्ट्र नायक और राष्ट्र नायिकाओं की तपस्या से देश की अगली पीढ़ियों को परिचित ही नहीं कराया गया.