Iran-Israel Tension: ईरानी नेवी बेस पर इस्राइल का हमला, ईरान की 27 की 27 मिसाइलों को इस्राइली सेना ने मार गिराया
'तुम्हें अपने हिप्स हिलाने हैं', जब इस हसीना को सारेआम कही गई थी ये बात, सालों बाद एक्ट्रेस ने किया रिवील
शरीर में विटामिन बी12 की कमी है तो खाएं ये फूड्स, मिल सकती है बड़ी मदद
ईरान-इजरायल तनाव में अमेरिका की एंट्री, महबूबा मुफ्ती ने ओआईसी और पाकिस्तान पर साधा निशाना
ईरान पर अमेरिकी बमबारी से संयुक्त राष्ट्र फिक्रमंद, एंटोनियो गुटेरेस बोले- अब ये संघर्ष नियंत्रण से होगा बाहर
IND vs ENG: न वसीम अकरम, न अनिल कुंबले, अब जसप्रीत बुमराह के नाम दर्ज हो गया है ये महारिकॉर्ड
भारत बनाम इंग्लैंड: सचिन तेंदुलकर से आगे निकले जो रूट, दर्ज हुआ यह 'अनूठा रिकॉर्ड'
पहलगाम आतंकी हमला: दो लोगों पर लश्कर आतंकियों को पनाह देने का आरोप, एनआईए ने किया गिरफ्तार
बिहार: बैंक धोखाधड़ी मामला, सीबीआई कोर्ट ने तीन दोषियों को 3 साल सश्रम कारावास की सुनाई सजा

कैबिनेट बैठक आज, कृषि कानूनों की वापसी पर लग सकती है मुहर 

पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक आज होने वाली है, इस बैठक में तीन कृषि कानूनों की वापसी को लेकर बिल मंजूरी देने की संभावना है. 

पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक आज होने वाली है, इस बैठक में तीन कृषि कानूनों की वापसी को लेकर बिल मंजूरी देने की संभावना है. 

author-image
Mohit Saxena
एडिट
New Update
cabinet metting

कैबिनेट बैठक आज( Photo Credit : file photo)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने 19 नवंबर को राष्ट्र के नाम संबोधन में तीनों विवादित कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा की थी. अब पीएम के ऐलान के क्रियान्वयन की प्रक्रिया शुरू हो रही है. आज पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट (Cabinet Meeting) की बैठक होने वाली है. बैठक में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए एक बिल को मंजूरी देने की संभावना है. बिल को कैबिनेट की मंजूरी के बाद संसद के दोनों सदनों में पारित करवाया जाएगा। इसके बाद तीनों कृषि कानून पूरी तरह से खत्म हो जाएंगे। मोदी कैबिनेट आज इन कानूनों की वापसी को लेकर अपनी मंजूरी दे सकती है. कैबिनेट की बैठक पीएमओ में आज यानि बुधवार सुबह 11 बजे शुरू होनी है. 

Advertisment

संसद के दोनों सदनों से बिल पारित होगा

इसके बाद 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत में ही कानून वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. संसदीय नियमों के अनुसार किसी भी पुराने कानून को वापस कराने के लिए भी वही प्रक्रिया है, जो किसी नए कानून को बनाने की है. जिस तरह से कोई नया कानून बनाने के लिए संसद के दोनों सदनों से बिल पारित करवाना पड़ता है। उसी तरह पुराने कानून को वापस लेने या खत्म करने को लेकर संसद के दोनों सदनों से बिल पारित करवाना पड़ता है.

ये भी पढ़ें:  अब जाट आरक्षण की फिर जोर पकड़ रही मांग, BJP की बढ़ सकती है परेशानी

इसका मतलब है कि एक नया कानून बनाकर पुराने कानून को खत्म कराना होगा. ऐसे में 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद सत्र में लोकसभा या राज्यसभा में तीन कानूनों के लिए या तो तीन अलग-अलग या फिर तीनों के लिए एक ही बिल पेश करना होगा. पेश करने के बाद चर्चा या बिना चर्चा के बिल पहले एक सदन से और फिर दूसरे सदन से पारित होने के बाद मंजूरी के लिए राष्ट्रपति को भेजा जाएगा. 

बिल पारित होने में कितना समय लगेगा

राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद तीनों कृषि कानून निरस्त होंगे. बिल पारित होने में कितना समय लगेगा, ये सरकार की प्राथमिकताओं पर तय करेगा. हालांकि पीएम के ऐलान से ऐसा अनुमान लगाया जा सकता है कि दो दिनों में ही दोनों सदनों से बिल पारित होकर राष्ट्रपति के पास अनुमति को लेकर भेजा जा सकता है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि सत्र शुरू होने के पहले सप्ताह में ही तीनों कृषि कानून वापस ले लिए जाएंगे.

HIGHLIGHTS

  • बिल को कैबिनेट की मंजूरी के बाद संसद के दोनों सदनों में पारित करवाया जाएगा
  • 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद सत्र में बिल पेश करना होगा
  • राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद तीनों कृषि कानून निरस्त होंगे

Source : News Nation Bureau

Agricultural laws Union Cabinet meeting Union Cabinet return of agricultural laws
      
Advertisment