वित्त वर्ष बजट 2017-2018 का बजट 1 फरवरी को पेश होना है। वित्त मंत्री अरुण जेटली सुबह करीब 11 बजे सदन में देश का 84वां बजट पेश करेंगे। लेकिन इस बार का बजट अब तक पेश हुए बाकी बजट की तुलना में कुछ अलग होगा।
नए अंदाज, नए कलेवर में बजट आपके लिए क्या लाएगा यह देखने वाली बात होगी। अभी देखते हैं कि कैसे अलग है इस बार का बजट और कैसे इतिहास लिखने की तैयारी में है वित्त वर्ष 2017-2018 का बजट।
वित्तीय वर्ष 2017-2018 की ख़ास बातें -
- इस बार बजट 1 फरवरी को पेश किया जाना है अब तक यह बजट फरवरी के आखिरी हफ्ते में अंतिम कार्यकारी दिन में पेश किया जाता है।
- इस बार के बजट में रेल बजट अलग से पेश नहीं होगा और यह आम बजट में ही शामिल किया जाएगा और इसी के साथ 92 साल से चल रही रेल बजट की प्रथा समाप्त हो जाएगी।
- पहली बार वित्त मंत्रालय पेपरलेस बजट पेश करने की तैयारी में हैं। सूत्रों के मुताबिक इस बार बजट सर्कुलर की हार्ड कॉपी नहीं होगी। इसके अलावा सभी दस्तावेज यूनियन बजट इन्फर्मेशन सिस्टम यानि की यूबीआईएस के जरिए दिए जाएंगे।
- वित्त मंत्रालय 31 मार्च या 14 अप्रैल तक बजट प्रक्रिया को ख़त्म कर घोषित योजनाओं को जल्द ही अमल में लाने की तैयारी में है। इसीलिए बजट सत्र को फरवरी की शुरुआत में ही रखने का फैसला लिया गया है यानि इस बार जल्द ही लागू हो जाएंगी बजट में घोषित योजनाएं।
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Source : News Nation Bureau