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सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की नाक के नीचे ये क्‍या हो रहा है? पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की तारीफ करने की मची है होड़

पहले शशि थरूर (Shashi Tharoor), फिर जयराम रमेश (Jairam Ramesh), उनके बाद अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhwi) और अब ताजा नाम है सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) का. इन नेताओं में जैसे पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और उनकी नीतियों की प्रशंसा करने की होड़ सी लग गई है.

Updated on: 23 Oct 2019, 08:46 AM

highlights

  • कांग्रेस आलाकमान की पकड़ पड़ चुकी है कमजोर
  • सभी नेता अपने हिसाब से कर रहे बयानबाजी
  • सोनिया गांधी भी नेताओं पर नहीं कस पा रहीं लगाम 

नई दिल्‍ली:

पहले शशि थरूर (Shashi Tharoor), फिर जयराम रमेश (Jairam Ramesh), उनके बाद अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhwi) और अब ताजा नाम है सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) का. इन नेताओं में जैसे पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और उनकी नीतियों की प्रशंसा करने की होड़ सी लग गई है. यह सब हो रहा है कांग्रेस की अंतरिम अध्‍यक्ष सोनिया गांधी (Congress Interim President Sonia Gandhi) की नाक के नीचे. दूसरे पार्टी नेता अनुशासनहीनता मान रहे हैं, लेकिन कांग्रेस (Congress) इन नेताओं पर लगाम नहीं कस पा रही है. पार्टी के महासचिव ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) का नाम भी इन नेताओं की कतार में है. शशि थरूर और जयराम रमेश ने पीएम नरेंद्र मोदी के अच्‍छे कामों की सराहना करने पर बल दिया था तो अभिषेक मनु सिंघवी का कहना था कि पीएम मोदी की आलोचना मुद्दों के आधार पर किया जाना चाहिए. ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने तो जम्‍मू-कश्‍मीर से अनुच्‍छेद 370 हटाए जाने के मोदी सरकार के फैसले की खुलकर सराहना की थी, जिससे पार्टी असहज हो गई थी.

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एक दिन पहले लखनऊ में वित्‍त आयोग की बैठक के दौरान कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) ने आयुष्मान भारत योजना के बहाने मोदी सरकार की जमकर तारीफ की थी. उन्होंने कहा, 'यह एक अच्छी योजना है, जिसे सबका सहयोग मिलना चाहिए.' सलमान खुर्शीद वित्त आयोग की 15वीं बैठक में मंगलवार को लखनऊ में भाग लेने आए थे. सलमान खुर्शीद ने आगे कहा, 'गरीबों के साथ ही मध्य आय वर्ग के लोगों के लिए यह इतनी शानदार योजना है कि हर किसी को इस योजना का समर्थन करना चाहिए. इस अच्छी योजना को सबका सहयोग मिलना चाहिए.' हालांकि बाद में उन्‍होंने यह भी कहा कि इसे सही तरीके से लागू नहीं किया गया है.

इससे पहले कांग्रेस (Congress) के वरिष्‍ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने अगस्‍त महीने में ट्वीट करते हुए कहा था, 'मैं छह साल से दलील दे रहा हूं कि यदि नरेंद्र मोदी कोई सही काम करते हैं या सही बात कहते हैं, तब उनकी सराहना की जानी चाहिए, ताकि जब वह कुछ गलत करें, और हम उनकी आलोचना करें तब उसकी विश्वसनीयता रहे.'

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एक और पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस (Congress) नेता जयराम रमेश भी तारीफ कर चुके हैं. उन्‍होंने कहा था, 'वक्त आ गया है कि अब हम 2014 से 2019 के बीच मोदी द्वारा किए गए काम को समझें, जिसके चलते वह वोटरों के 30 प्रतिशत से अधिक वोट से वापस सत्ता में लौटे.'

कांग्रेस (Congress) के वरिष्‍ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी भी पीएम नरेंद्र मोदी को हमेशा बुरा-भला कहने को गलत बता चुके हैं. सिंघवी ने कहा था, 'काम का आकलन व्यक्ति के आधार पर नहीं, मुद्दों के आधार पर होना चाहिए.' अभिषेक मनु सिंघवी ने महाराष्‍ट्र चुनाव के ऐन मौके पर वीर सावरकर की तारीफ करके भी पार्टी को असहज कर दिया था. बताया जा रहा है कि सिंघवी के ट्वीट से सोनिया गांधी काफी नाराज हुईं और उन्‍होंने एक विश्‍वस्‍त के माध्‍यम से सिंघवी से सफाई भी तलब की.

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मोदी सरकार की तारीफ करने वाले कांग्रेस नेताओं की फेहरिस्‍त यही नहीं थमती. पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कांग्रेस (Congress) नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा ने भी मोदी सरकार के फैसले की तारीफ की थी. वहीं अमेरिका में हाउड़ी मोदी कार्यक्रम की सफलता को लेकर महाराष्‍ट्र कांग्रेस के नेता मिलिंद देवड़ा ने भी पीएम मोदी की तारीफ में कसीदे गढ़े थे.

बड़ी बात यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करने वाले कांग्रेस (Congress) के ये नेता पार्टी या मनमोहन सिंह की सरकार में अहम ओहदों पर रह चुके हैं. इन नेताओं द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की नीतियों की तारीफ कांग्रेस आलाकमान को पच नहीं रहा है, लेकिन पार्टी इस अनुशासनहीनता को लेकर लाचार है. लगता है कि कांग्रेस आलाकमान कमजोर पड़ चुका है, जिससे ये नेता अपनी-अपनी ढपली, अपना-अपना राग अलाप रहे हैं.