ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी में मंगलवार रात दो इमारत गिर गई है। बताया जा रहा है कि एक 4 मंजिला इमारत गिरी है जिसमें कई परिवार रह रहे थे। जबकि दूसरे निर्माणाधीन इमारत में कई मजदूर काम कर रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों इमारतों में 50 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है।
ताज़ा जानकारी के मुताबिक पुलिस ने दो शवों को देखा है लेकिन अब तक उसे निकाला नहीं गया है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम राहत और बचाव कार्य के लिए मौक़े पर पहुंच गई हैं।
हालांकि, अभी तक पुलिस प्रशासन ने किसी के मौत की पुष्टि नहीं की है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रेटर नोएडा में इमारत गिरने की घटना को संज्ञान में लेते हुए जिला प्रशासन को तत्काल एनडीआरएफ की सहायता से हर संभव मदद मुहैया कराने व घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था कराने के निर्देश दिए हैं।
वहीं यूपी के राहत आयुक्त संजय कुमार का कहना है, 'NDRF की एक टीम मौके पर है और गैस कटर के इस्तेमाल फंसे हुए लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है। जरूरत पड़ने पर NDRF की एक और टीम भटिंडा या वाराणसी से मौके पर भेजी जाएगी।'
डीजीपी के अनुसार, 'एनडीआरएफ की टीम, जिला प्रशासन, पुलिस मौके पर मौजूद हैं और मुस्तैदी से राहत कार्य अंजाम दिया जा रहा है।' फिलहाल मलबा अधिक होने के कारण मृतकों और घायलों की संख्या का अनुमान लगाना मुश्किल है।
बताया जा रहा है कि कॉलोनाइजर ने सेफ्टी नियमों को ताक पर रखते हुए यहां अवैध बिल्डिंग का निर्माण किया था। इतना ही नहीं इमारत बनाने में घटिया निर्माण सामग्री लगाने और और मानकों का उल्लंघन करने का भी आरोप लगा है।
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Source : News Nation Bureau