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UN Report on poverty: UN ने की भारत के कदमों की सराहना, 15 साल में तेजी से कम हुई गरीबी

संयुक्त राष्ट्र(United Nation) ने मंगलवार को विश्व के सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश भारत के बारे में बड़ी बात की है. संयुक्त राष्ट्र ने भारत के द्वारा गरीबी को खत्म करने के लिए उठाए गए कदमों की तारीफ की है. संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि साल 2005-06 से साल

Updated on: 11 Jul 2023, 03:32 PM

नई दिल्ली:

संयुक्त राष्ट्र(United Nation) ने मंगलवार को विश्व के सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश भारत के बारे में बड़ी बात की है. संयुक्त राष्ट्र ने भारत के द्वारा गरीबी को खत्म करने के लिए उठाए गए कदमों की तारीफ की है. संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि साल 2005-06 से साल 2019-21 तक सिर्फ 15 सालों में भारत में 41.5 करोड़ से अधिक लोग इस गरीबी की दशा से बाहर निकले हैं. वैश्विक बहुआयामी गरीबी इंडेक्स (Multidimensional Poverty Index-MPI) का यह ताजा रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) और ऑक्सफोर्ड गरीबी और मानव विकास पहल (OPHI) ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर तैयार किया है. इस लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक भारत सहित 25 देशों ने 15 साल के भीतर अपने देश में गरीबी को आधा कर दिया है. 

तेजी से गरीबी हटाने के मामले में भारत, कंबोडिया, चीन, कांगो, होंडुरास, इंडोनेशिया, मोरक्को, सर्बिया और वियतनाम शामिल हैं. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2023 में भारत ने 142.86 करोड़ की आबादी के साथ चीन को पीछे करते हुए दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया. रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में सबसे अधिक गरीबी में कमी होने की जानकारी है. केवल 15 सालों (2005-06 से साल 2019-21 तक) के भीतर 41.5 करोड़ से अधिक लोग इस गरीबी रेखा से बाहर आये हैं इस रिपोर्ट के अनुसार कहा जा सकता है कि गरीबी में कमी लाना संभव है लेकिन इसके लिए हर संभव प्रयास करना जरूरी है. 

संयुक्त राष्ट्र ने आगे कहा कि इन 15 सालों में 41.5 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आये है. भारत में जहां 2005-06 में गरीबों की संख्या 55.1 प्रतशित थी 2019-21 में ये गिरकर 16.4 प्रतिशत हो गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2005-06 में जहां 64.5 करोड़ लोग भारत में गरीब थे वहीं ये 2015-16 में ये गिरकर 37 करोड़ हो गया वहीं 2019-21 में  ये गिरकर सिर्फ 23 करोड़ ही रह गई है. संयुक्त राष्ट्र के ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने सभी मानकों में गरीबी में गिरावट दर्ज की है. 

रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि बाल मृत्यु दर में भारी गिरावट दर्ज की गई है जो 4.5 प्रतिशत से गिरकर 1.5 प्रतिशत हो गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि जो लोग गरीब हैं और खाने के ईंधन के लिए वंचित रहे हैं वो आज 52.9 प्रतिशत से गिरकर 13.9 प्रतिशत हो गया है.