यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अप्रैल के अंत में भारत का दौरा करेंगे. यूनाइटेड किंगडम प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के भारत दौरे का मुख्य उद्देश इंडो-पैशिफिक रीजन में ब्रिटेन के अवसरों को बढ़ावा देना है. यूरोपीयन यूनियन से अलग होने के बाद बोरिस जॉनसन का यह पहला कोई बड़ा अंतरराष्ट्रीय दौरा होगा. बताते चलें कि इससे पहले बोरिस जॉनसन दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए जनवरी में ही भारत का दौरा करने वाले थे, लेकिन देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए उन्होंने जनवरी में भारत आने का प्लान स्थगित कर दिया था.
इस साल भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ही मुख्य अतिथि के रूप में भारत आने वाले थे. लेकिन, कोरोना वायरस महामारी की वजह से ऐसा संभव नहीं हो पाया. बताते चलें कि जनवरी में बोरिस का भारत दौरा स्थगित होने के बाद उनके कार्यालय ने कहा था कि वे जून में होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन से पहले ही भारत जा सकते हैं. कार्यालय ने उस वक्त ही प्रधानमंत्री के भारत दौरे के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी थीं. जनवरी में भी भारत के साथ होने वाली बातचीत अब अप्रैल के अंत में पूरी हो सकती है.
HIGHLIGHTS
- अप्रैल के अंत में भारत आएंगे बोरिस जॉनसन
- इंडो-पैशिफिक रीजन में व्यापार बढ़ाने पर होगा जोर