अमेरिका के टेक्सास में यहूदियों के एक उपासना स्थल में लोगों को बंधक बनाने की घटना की जांच जारी है। इस बीच इस मामले के सिलसिले में सोमवार को इंग्लैंड में दो किशोरों को गिरफ्तार किया गया है।
बीबीसी की एक हालिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
संदिग्ध, जिसे कोलीविले, टेक्सास में उत्पन्न गतिरोध के दौरान पुलिस ने गोली मारकर ढेर कर दिया था, उसकी पाकिस्तान के साथ लिंक होने के एंगल से भी जांच जारी है। वह मूल रूप से उत्तर पश्चिम इंग्लैंड में लैंकशायर के ब्लैकबर्न का रहने वाला था।
रविवार शाम को दक्षिण मैनचेस्टर में गिरफ्तार किए गए किशोरों की उम्र या लिंग का विवरण सामने नहीं आया है।
ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने कहा कि वे स्थानीय समुदायों के साथ संपर्क कर रहे हैं और अमेरिकी जांच में सहायता करना जारी रखे हुए हैं।
बल ने कहा कि दो किशोरों को हमले की चल रही जांच के हिस्से के रूप में गिरफ्तार किया गया है और पूछताछ के लिए हिरासत में रखा है।
अमेरिकी पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बंधक बनाने वाले का नाम मलिक फैसल अकरम है और वह दो हफ्ते पहले न्यूयॉर्क के जेएफके अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से अमेरिका पहुंचा था।
अकरम के भाई गुलबर ने ब्लैकबर्न मुस्लिम कम्युनिटी फेसबुक पेज पर दिए गए एक बयान में उनकी मौत की पुष्टि की। रिपोर्ट में कहा गया है कि उसने पीड़ितों से माफी मांगी और कहा कि उसका भाई मानसिक रूप से बीमार था।
कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि बंधक बनाने वाले को पाकिस्तानी न्यूरोसाइंटिस्ट आफिया सिद्दीकी की रिहाई की मांग करते हुए सुना गया था, जो वर्तमान में टेक्सास के फोर्ट वर्थ की जेल में 86 साल की सजा काट रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस बात की पुष्टि की है कि हमलावर उसकी रिहाई की मांग कर रहा था। उन्होंने कहा कि टेक्सास हमला किसी ऐसे व्यक्ति से संबंधित है, जिसे 15 साल पहले गिरफ्तार किया गया था और वह 10 साल से जेल में है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमलावर ने जाहिर तौर पर अमेरिका में उतरने के बाद हथियार खरीदे थे।
अकरम को 2001 में वल्र्ड ट्रेड सेंटर को नष्ट करने वाले विमानों में से एक पर सवार होने की इच्छा व्यक्त करने के लिए एक खतरा करार दिया गया था।
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Source : IANS