Himachal Flood: जिस 11 माह की ‘निकिता’ ने खोये माता-पिता, उसका परिवार बोला- नहीं देंगे किसी को गोद
इंग्लैंड वैसा नहीं खेल पाई, जैसा हम चाहते थे : ब्रैंडन मैकुलम
विकेट भारतीय टीम के लिए अधिक अनुकूल हो गया था : बेन स्टोक्स
धर्मांतरण और डेमोग्राफिक चेंज पर कानूनी रूप से शिकायत के लिए जन जागरूकता भी आवश्यक : सीएम धामी
मणिपुर में मानसून के साथ खेती शुरू, हिंसा और तनाव बना बाधा
IND vs ENG: ये नहीं देखा तो क्या देखा, Team India की ऐतिहासिक जीत पर विवेक राजदान की यादगार कमेंट्री की Video हुआ वायरल
सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने बाल पकड़कर अपनी सास में बरसाए थप्पड़ व लात
MS Dhoni Birthday: धोनी का बाइक कलेक्शन है जबरदस्त, 1 मिनट 49 सेकेंड के इस वायरल वीडियो में खुद देख लीजिए
लाखों श्रद्धालुओं ने महाप्रभु जगन्नाथ के किए दर्शन, मनोकामना होगी पूरी : संबित पात्रा

उद्धव ठाकरे का निशाना, साढ़े तीन साल और 600 सैनिकों की कुर्बानी के बाद समर्थन वापसी का हुआ एहसास

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि साढ़े तीन साल और 600 जवानों की कुर्बानी के बाद बीजेपी को समर्थन वापस लेने का एहसास हुआ है।

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि साढ़े तीन साल और 600 जवानों की कुर्बानी के बाद बीजेपी को समर्थन वापस लेने का एहसास हुआ है।

author-image
pradeep tripathi
एडिट
New Update
उद्धव ठाकरे का निशाना, साढ़े तीन साल और 600 सैनिकों की कुर्बानी के बाद समर्थन वापसी का हुआ एहसास

जम्मू-कश्मीर में बीजेपी का पीडीपी के साथ गठबंधन खत्म करने के फैसले पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि साढ़े तीन साल और 600 जवानों की कुर्बानी के बाद बीजेपी को समर्थन वापस लेने का एहसास हुआ है।

Advertisment

मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती सरकार से बीजेपी ने समर्थन वापस ले लिया है। पार्टी का कहना है कि इस गठबंधन को जारी रख पाना असंभव हो गया था। बीजेपी की इस घोषणा के बाद राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है।

दरअसल रमज़ान के बाद सीज़फायर को खत्म करने के फैसले से पीडीपी नाराज़ थी और दोनों दलों के बीच इसको लेकर तनातनी काफी बढ़ गई थी। रमज़ान के दौरान सीज़फायर को लागू करने की घोषणा करने का आग्रह महबूबा मुफ्ती के कहने से ही किया गया था।

और पढ़ें: गठबंधन टूटने के बाद महबूबा ने गिनाई उपलब्धि, बल प्रयोग की नीति पर हमला

उद्धव ने कहा, 'साढ़े तीन साल और 600 जवानों की कुर्बानी के बाद आपको ये एहसास हुआ कि अब समर्थन वापस ले लेना चाहिए। जब आपको पता था कि यह (जम्मू-कश्मीर) सरकार नहीं चल सकती, तो आप इतने लंबे समय तक समर्थन क्यों देते रहे।'

इस फैसले पर इससे पहले शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'बीजेपी-पीडीपी के अपवित्र गठबंधन को लेकर हमने पहले ही कह दिया था कि यह ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगा। यह ऐंटी नैशनल गठबंधन था।'

और पढ़ें: बीजेपी ने पीडीपी से लिया समर्थन वापस, महबूबा ने दिया इस्तीफा 

Source : News Nation Bureau

BJP Mehbooba Mufti ShivSena udhdhav
      
Advertisment