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उद्धव ठाकरे ने 24 नवंबर की अयोध्या यात्रा रद्द की, जानिए क्या है कारण

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 24 नवंबर को अयोध्या जाने वाले थे, लेकिन अब उन्होंने अपनी यह यात्रा रद्द कर दी है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि नई तारीख की जल्द ही घोषणा की जाएगी.

Updated on: 18 Nov 2019, 03:33 PM

नई दिल्ली:

शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) 24 नवंबर को अयोध्या (Ayodhya) जाने वाले थे, लेकिन अब उन्होंने अपनी यह यात्रा रद्द कर दी है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि नई तारीख की जल्द ही घोषणा की जाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने नौ नवंबर को अयोध्या राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर अपना फैसला सुनाया था, जिसके बाद उद्धव ने घोषणा की थी कि वह 24 नवंबर को 'भगवान श्रीराम की नगरी' अयोध्या जाएंगे.

यात्रा में विलंब होने का कारण महाराष्ट्र में सरकार बनने में हो रही देरी को बताया जा रहा है. शिवसेना के कार्यकर्ता अपने नेता का गर्मजोशी से स्वागत करने की व्यवस्था कर रहे थे. इस साल जून में उद्धव और उनके बेटे आदित्य ठाकरे ने अयोध्या का दौरा किया था और रामलला विराजमान में प्रार्थना की थी. इसके अलावा पिछले साल भी उद्धव ने अयोध्या की यात्रा की थी.

बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर काफी खींतचान तल रही है. शिवसेना महाराष्ट्र में एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने की कोशिश में लगी है, हालांकि अभी तक इन पार्टियों के बीच सहमति नहीं बन पाई है. शिवसेना लगातार प्रयास कर रही है कि एनडीए से अलग होने के बाद वह महाराष्ट्र में सरकार बनाने में कामयाब हो जाए. फिलहाल महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है.

अप्रैल 2020 से शुरू हो सकता है मंदिर निर्माण

खबर आ रही है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण अप्रैल 2020 में शुरू होगा. वहीं 2022 में राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा. एएनआई सूत्रों के हवाले से यह खबर दी गई है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने केंद्र सरकार को यह निर्देश भी दिया कि वो 3 महीने के अंदर योजना बनाए और मंदिर निर्माण के लिए एक ट्रस्ट का गठन करे. सोमनाथ ट्रस्ट में 6 मेंबर थे, जबकि सूत्रों की मानें तो अयोध्या मंदिर बनाने वाले ट्रस्ट में 14-17 सदस्य पैनल में हो सकते हैं. इसके साथ ही इस बात पर भी चर्चा हो रही है कि नया ट्रस्ट बनाया जाए या फिर पुराने रामजन्मभूमि न्यास में ही नए सदस्य शामिल कर लिए जाए.