दवा के बाद दुनिया अब भारत से कोरोना वॉरियर्स भी मांग रही है. कोरोना वायरस (Corona Virus) के मरीजों के इलाज के लिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से भारतीय डॉक्टर और नर्स भेजने की मांग की है. मोदी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है. एक करोड़ से कम जनसंख्या वाले यूएई में अबतक 11 हजार कोरोना वायरस संक्रमित मिल चुके हैं और हर दिन औसतन पांच सौ नए केस सामने आ रहे हैं.
यूएई विदेशों में पढ़े डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ पर निर्भर करता है, जिसमें इंडियन डॉक्टर भी शामिल हैं. उनमें से कई छुट्टी पर थे, जब दिल्ली और अबु धाबी ने कोरोना महामारी को रोकने के लिए यात्री विमान सेवा पर रोक लगा दी थी. मोदी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमारे पास यूएई से दो अपील आई है. एक उन स्वास्थ्य कर्मचारियों को भेजने के लिए जो विमान सेवा बंद किए जाने के समय भारत में थे और इसलिए अपनी ड्यूटी पर नहीं लौट पाए. इसके अलावा ही इस संकट में मदद के लिए कुछ समय के लिए डॉक्टरों और नर्सों की सेवा लेने की स्वीकृति मांगी गई है.
अधिकारी का कहना है कि इन अपीलों पर हमारी सरकार विचार कर रही है. अबु धाबी ने तो अपने यहां के हॉस्पिटल्स में कार्यरत भारतीयों के लिए विशेष विमान भेजने तक की पेशकश की है. एक अन्य अधिकारी का कहना है कि दोनों देशों के बीच रिश्ते को देखते हुए पहले अपील को पहले पूरा किया जाएगा.
हालांकि, सरकार में अतिरिक्त डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ भोजने के फैसले पर अधिक विचार-विमर्श की जरूरत है. इस स्टेज पर मोदी सरकार भारत की जरूरत का आंकलन करने के बाद फैसला लिया जाएगा, लेकिन इस महत्वपूर्ण समय में यूएई की मदद की कोशिश है. भारत ने 15 दिन पहले ही सेना के 15 डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की एक टीम को कुवैत भेजा है. साथ ही जरूरत पड़ने पर और मदद का आश्वासन दिया गया है.
Source : News Nation Bureau