Advertisment

मध्य प्रदेश से खरीदे गए अवैध हथियारों के साथ बंबीहा गिरोह के 2 सदस्य गिरफ्तार

मध्य प्रदेश से खरीदे गए अवैध हथियारों के साथ बंबीहा गिरोह के 2 सदस्य गिरफ्तार

author-image
IANS
New Update
Two member

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

पंजाब के देवेंद्र बंबीहा गिरोह के दो प्रमुख सदस्यों की गिरफ्तारी के साथ दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने एक अंतर्राज्यीय अवैध हथियार सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने कहा कि उन्होंने गगनदीप सिंह (25) और बलजीत सिंह (22) के पास से चार गोलियों के साथ .32 कैलिबर की पांच सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौलें बरामद की हैं, जो पंजाब में बंबीहा गिरोह के सदस्यों को सप्लाई करने के लिए थीं।

कनाडा के गैंगस्टर अर्शदीप और बंबीहा गिरोह के यूएई स्थित संचालकों के निर्देश पर गगनदीप ने मध्य प्रदेश के खरगोन से अवैध हथियार खरीदे थे।

बंबीहा गिरोह की लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गिरोह के साथ भयंकर प्रतिद्वंद्विता है, जिसके परिणामस्वरूप पंजाब और अन्य राज्यों में गैंगवार में उनके कई सहयोगी मारे गए।

पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) आलोक कुमार के अनुसार, विशिष्ट सूचना मिली थी कि बंबीहा गिरोह के सदस्य गगनदीप ने खरगोन से पिस्तौल की एक खेप खरीदी थी, और वह दिल्ली के रास्ते पंजाब जा रहा था। वह सुबह 10.30 बजे से 11.30 बजे के बीच द्वारका-पालम रोड पर पालम में बस स्टैंड के पास उससे मिलने वाला था।

डीसीपी ने कहा, खुफिया जानकारी के आधार पर बस स्टैंड के पास जाल बिछाया गया। गगनदीप को बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार किया गया।

अधिकारी ने कहा, गिरोह के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए गगनदीप के साथ एक पुलिस दल पंजाब भेजा गया था, जिसके बाद मंगलवार सुबह उसके सहयोगी बलजीत सिंह को फगवाड़ा में बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस को यह भी पता चला है कि गगनदीप विक्की गोंदर के नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा था। गोंदर ने तत्कालीन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) के प्रमुख हरमिंदर सिंह के साथ मिलकर 2016 में कुख्यात नाभा जेल ब्रेक की साजिश रची थी और उसे अंजाम दिया था।

अत्याधुनिक हथियारों से लैस उनके साथियों ने जेल के सुरक्षा कर्मचारियों पर हमला किया और अंधाधुंध फायरिंग की, उनके हथियार लूट लिए और गोंदर, केएलएफ के गुर्गो हरविंदर और कश्मीरा सिंह सहित अपने छह सहयोगियों को जेल से रिहा कर दिया और फरार हो गए। बाद में गोंडर की हत्या कर दी गई।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment