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NRC के 'खलनायक' प्रतीक हजेला के खिलाफ दो केस, नाम छूटने पर दर्ज मामला

राष्ट्रीय नागरिक पंजीयन की अंतिम सूची में विसंगतियों के लिए एनआरसी के असम संयोजक प्रतीक हजेला के खिलाफ दो केस दर्ज हुए हैं.

Updated on: 05 Sep 2019, 05:29 PM

highlights

  • अक्षमता और आपराधिक षड्यंत्र से एनआरसी सूची में नाम नहीं शामिल करने का आरोप.
  • गुवाहटी औऱ डिब्रुगढ़ में दो अलग-अलग एफआईआर हुईं दर्ज.
  • असम संयोजक पर जानबूझकर एनआरसी सूची से नाम हटाने का मामला.

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय नागरिक पंजीयन की अंतिम सूची में विसंगतियों के लिए एनआरसी के असम संयोजक प्रतीक हजेला के खिलाफ दो केस दर्ज हुए हैं. पुलिस ने गुरुवार को बताया कि एक वकील और मुस्लिम छात्र संगठन अखिल असम गोरिया-मोरिया युवा छात्र परिषद ने डिब्रूगढ़ और गुवाहाटी में हजेला के खिलाफ अलग-अलग एफआईआर दर्ज करायी है.

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एक एफआईआर डिब्रुगढ़ में
पुलिस ने बताया कि चंदन मजूमदार ने बुधवार को डिब्रूगढ़ पुलिस थाने में हजेला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. उनका नाम एनआरसी की अंतिम सूची में नहीं है. मजूमदार ने आरोप लगाया कि उन्होंने सभी दस्तावेज दिए थे लेकिन कर्मचारियों की अक्षमता और आपराधिक षड्यंत्र के कारण एनआरसी की सूची में उनका नाम शामिल नहीं किया गया.

एक गुवाहटी में
छात्र परिषद ने गुवाहाटी के लतासिल थाने में मंगलवार को राज्य के संयोजक के खिलाफ एक अन्य शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में अंतिम सूची में जानबूझकर विसंगतियों का दावा किया गया. छात्र संगठन द्वारा दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है, 'सूची में कई मूल निवासियों के नाम शामिल नहीं किए गए और यह एनआरसी के प्रदेश संयोजक ने जानबूझकर किया.'

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मीडिया से बातचीत पर है रोक
हालांकि, पुलिस ने अभी दूसरी प्राथमिकी के आधार पर मामला दर्ज नहीं किया है. हजेला की प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने उन्हें मीडिया से बातचीत करने से रोक रखा है. गुवाहाटी के गीतानगर थाने में एनजीओ असम लोक निर्माण कार्य (एपीडब्ल्यू) ने तीन घोषित विदेशियों के खिलाफ तीसरी शिकायत दायर की है जिनके नाम एनआरसी की अंतिम सूची में हैं. एपीडब्ल्यू उच्चतम न्यायालय में मूल याचिकाकर्ता है जिसके चलते छह साल पहले एनआरसी का काम शुरू किया था.