लातेहार की रहनेवाली ढाई वर्ष की आरूही ने कैंसर से जंग जीत ली है। वाराणसी स्थित बीएचयू मेडिकल कॉलेज में सफल इलाज के बाद वह घर लौट आई है। उसकी जिंदगी महफूज रखने के लिए लातेहार और आस-पास के लोगों ने क्राउड फंडिंग के जरिए राशि जुटाई थी। स्थानीय लोगों के अभियान का असर रहा कि उनकी आवाज सरकार तक भी पहुंची और लातेहार के उपायुक्त की पहल पर मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना से चार लाख रुपये की राशि मंजूर हुई।
लातेहार जिला अंतर्गत बरवाडीह प्रखंड के गढ़वाटांड़ निवासी मनोज कुमार छोटा-मोटा काम करके किसी तरह घर की गाड़ी खींच रहे थे। पिछले साल अगस्त में उनके पांवों के नीचे की जमीन तब खिसक गई, जब उन्हें पता चला कि उनकी दो साल की बेटी आरूही को ब्लड कैंसर है। उसे वाराणसी में बीएचयू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में दाखिल कराया तो उसके इलाज के लिए जब लाखों का खर्च बताया गया तो उनके लिए मुश्किल यह थी कि जब घर का खर्च ही किसी तरह चल रहा है तो बच्ची की जिंदगी बचाने के लिए पैसे कहां से जुटायें।
ऐसे वक्त में सामाजिक कार्यों से जुड़ी संतोषी शेखर ने गत 13 अगस्त 2021 को सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर लोगों से मदद की गुहार लगाई। इसके बाद पलामू के एफएमसीजी ग्रुप और अलग-अलग संस्थाओं ने क्राउड फंडिंग अभियान चलाकर पैसे जुटाये। बाद में लातेहार के उपायुक्त अबू इमरान ने भी मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना से 4 लाख की राशि मंजूर कराई। उन्होंने मनोज कुमार को भरोसा दिलाया कि उनकी बच्ची की जान बचाने के लिए हरसंभव प्रयास होगा। उन्होंने इलाज के दौरान भी वीडियो कॉल कर आरूही का हाल जाना था। आखिरकार लगभग लगभग 6 माह के इलाज के बाद आरूही पूरी तरह स्वस्थ हो गई है। दवाइयां अब भी चल रही हैं। उसे प्रत्येक तीन माह पर जांच के लिए बीएचयू जाना होगा। आरूही के पिता मनोज कुमार लोगों से मिली मदद के लिए आभार जताते हैं। उनका कहना है कि आरूही अब सिर्फ उनकी नहीं, पूरे समाज की बेटी बन गई है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS