ट्रक मालिकों और संचालकों ने शनिवार को डीजल के बढ़ते दामों को लेकर डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने के लिए हड़ताल और प्रदर्शन शुरू किया है।
इस प्रदर्शन की सूचना ट्रक मालिकों ने शनिवार को ही दी थी। उन्होंने कहा था कि सोमवार सुबह से उनका प्रदर्शन और हड़ताल 36 घंटों तक चलेगी।
कलकत्ता गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रभात कुमार मित्तल ने बताया, 'जीएसटी लागू होने के बाद परिवहन व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) और अन्य ट्रासपोर्ट एसोसिएशनों ने दो दिनों की सांकेतिक राष्ट्रीय हड़ताल का आह्वान किया है।'
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उन्होंने कहा कि जीएसटी के तहत विभिन्न नीतियों के कारण सड़क परिवहन क्षेत्र में बहुत भ्रम और विघटन पैदा हुआ है।
उन्होंने कहा, 'डीजल मूल्य में अत्यधिक वृद्धि और कीमतों में रोजाना उतार-चढ़ाव सड़क परिवहन क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है। डीजल और टोल पर किया जानेवाला खर्च ट्रक के परिचालन खर्च के 70 फीसदी से भी अधिक है।'
उन्होंने बताया कि जबकि डीजल को ही जीएसटी के अंतर्गत नहीं रखा गया है। डीजल को जीएसटी के अंतगर्त लाना आवश्यक है, ताकि देश में एक कीमत पर डीजल की बिक्री हो।
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Source : News Nation Bureau