उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि आज फिर राहुल गांधी नशा करके संसद भवन पहुंचे हैं. आपको बता दें कि संसद में विपक्षी दल सुप्रीम कोर्ट में आरक्षण पर आए फैसले के विरोध में लगातार सरकार का विरोध कर रहे हैं इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी संसद में आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ सरकार पर हमला बोला था. राहुल गांधी ने नियुक्तियों और पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के एक फैसले को लेकर सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि आरक्षण को खत्म करने की मंशा रखना भाजपा एवं आरएसएस के डीएनए में है.
गांधी ने यह भी कहा कि भाजपा और आरएसस कितना भी प्रयास कर ले, लेकिन कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण को खत्म नहीं होने देगी. उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया, ये (सरकार) आरक्षण के खिलाफ है. ये किसी न किसी तरह से आरक्षण को संविधान से निकालना चाहते हैं. इनकी तरफ ऐसे प्रयास होते रहते हैं. ये चाहते हैं कि एससी-एसटी समुदाय आगे नहीं बढ़ें.
कांग्रेस नेता ने कहा था कि, अब फैसला आया कि आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है. यह सब उत्तराखंड की सरकार ने शीर्ष न्यायालय में कहा है. यह आरक्षण को निरस्त करने का भाजपा का तरीका है. उन्होंने कहा, भाजपा और आरएसएस वाले कितना भी प्रयास कर लें, लेकिन हम आरक्षण को हटने नहीं देंगे क्योंकि आरक्षण संविधान का एक तरह से प्रत्यक्ष हिस्सा है. गांधी ने सरकार पर आरोप लगाया, संविधान पर हमला हो रहा है लोगों को बोलने नहीं दिया जाता है, ये न्यायपालिका पर दबाव बनाते हैं.
राहुल गांधी यहीं चुप नहीं हुए हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि, संविधान के स्तंभों को एक-एक करके तोड़ रहे हैं. उन्होंने दावा किया, भाजपा और आरएसएस के डीएनए में है कि उनको आरक्षण चुभता है और वे इसे मिटाना चाहते हैं. मैं एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के लोगों से कहना चाहता हूं कि चाहे मोदी जी या मोहन भागवत सपना देखें, हम आरक्षण को मिटने नहीं देंगे. गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने अपने एक फैसले में कहा है कि पदोन्न्ति में आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है.
Source : News Nation Bureau