मणिक सरकार ने नोटबंदी को बताया दूरदर्शिता की कमी का परिणाम

विधानसभा ने केंद्र सरकार से नोटबंदी के बाद कई मूल्य वाले नोटों को उपलब्ध कराकर हालात सामान्य करने का एक प्रस्ताव भी पारित किया।

विधानसभा ने केंद्र सरकार से नोटबंदी के बाद कई मूल्य वाले नोटों को उपलब्ध कराकर हालात सामान्य करने का एक प्रस्ताव भी पारित किया।

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vineet kumar
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मणिक सरकार ने नोटबंदी को बताया दूरदर्शिता की कमी का परिणाम

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त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने कहा है कि नोटबंदी के जरिए काले धन पर रोक लगाना संभव नहीं है और यह फैसला दूरदर्शिता की कमी को दिखाता है। मणिक सरकार ने कहा कि नोटबंदी भारतीय अर्थव्यवस्था, नौकरी के अवसर और देश में उत्पादकता को नष्ट कर देगा।

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मुख्यमंत्री ने यह बात राज्य विधानसभा में नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा के दौरान कही। विधानसभा ने केंद्र सरकार से नोटबंदी के बाद कई मूल्य वाले नोटों को उपलब्ध कराकर हालात सामान्य करने का एक प्रस्ताव भी पारित किया।

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मणिक सरकार ने कहा, 'विश्व बैंक के आकलन के अनुसार भारत में कालेधन की मात्रा- सोना, चांदी, हीरा, रियल एस्टेट, शेयर बाजार और हुंडी, दूसरी चीजों में करीब 37.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। यह सिर्फ 5 फीसद नकदी में है। फिर कैसे उच्च मूल्य के नोटों की नोटबंदी से कालेधन पर अंकुश लगाया जा सकेगा?'

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने इससे पहले प्रधानमंत्री से 500 और 1000 रुपये के नोटबंदी वाले नोटों को स्वीकार करने की अनुमति देने का आग्रह किया था।

उन्होंने एटीएम को नए नोटों के लिए तैयार होने तक इसकी इजाजत मांगी थी।

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इस चर्चा में सत्तारूढ़ दल के विधायक, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने हिस्सा लिया। विधानसभा में चर्चा के बाद सभी ने एक सुर में नोटबंदी फैसले के खिलाफ विरोध जताया।

Source : News Nation Bureau

Narendra Modi Tripura demonetisation Manik Sarkar
      
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