logo-image

'नेपाल, श्रीलंका में BJP के प्रसार' संबंधी बयान पर घिरे त्रिपुरा के सीएम

विपक्षी वाम दलों और कांग्रेस ने सोमवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब (Tripura CM Biplab Kumar Deb) की नेपाल और श्रीलंका में भगवा पार्टी के आधार का विस्तार करने की कथित टिप्पणी पर भाजपा नेतृत्व की आलोचना की.

Updated on: 15 Feb 2021, 11:01 PM

अगरतला:

विपक्षी वाम दलों और कांग्रेस ने सोमवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब (Tripura CM Biplab Kumar Deb) की नेपाल और श्रीलंका में भगवा पार्टी के आधार का विस्तार करने की कथित टिप्पणी पर भाजपा नेतृत्व की आलोचना की. विपक्षी दलों ने कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की नेपाल और श्रीलंका में अपने आधार का विस्तार करने की योजना व लक्ष्य भारत की विदेश नीतियों के खिलाफ है और ऐसा नहीं किया जा सकता क्योंकि दोनों देश संप्रभु राष्ट्र हैं. सीएम मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने शनिवार को अगरतला में एक पार्टी की बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हवाले से कहा कि जब गृह मंत्री भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे तो उन्होंने अगरतला में हमारे साथ बैठक के दौरान कहा था कि हमने पूरे भारत में अपना आधार बढ़ाया है. अब हमें श्रीलंका और नेपाल जाना है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु में सरकार बनाएगी और पार्टी 30 वर्षों तक त्रिपुरा में सत्ता में बनी रहेगी क्योंकि 2023 में अगले विधानसभा चुनावों में माकपा समाप्त हो जाएगा. देब ने कहा कि भाजपा अब भारत में सबसे बड़ी पार्टी है. इसमें अधिकतम सांसद, विधायक और अन्य निर्वाचित सदस्य हैं. हालांकि, भाजपा ने भी मुख्यमंत्री के विचारों का समर्थन किया. पार्टी के प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्जी ने कहा कि श्रीलंका और नेपाल ही नहीं, कई एशियाई और अफ्रीकी देशों में भाजपा के दर्शन को बढ़ाया जा रहा है.

भट्टाचार्जी ने सोमवार को मीडिया को बताया कि हमारे लक्ष्य और योजनाएं उन राष्ट्रों में सरकार बनाने के लिए नहीं हैं. हमारे प्रचारक (कार्यकर्ता) वहां भाजपा के दर्शन और विश्वास को व्यापक बना रहे हैं. यदि उन देशों के लोग हमारे सिद्धांतों और दृष्टिकोणों को स्वीकार करते हैं तो आगे की कार्रवाई तय की जाएगी.

त्रिपुरा कांग्रेस ने राज्य प्रमुख पर हमले के खिलाफ किया 12 घंटे बंद का आह्वान

त्रिपुरा में विपक्षी कांग्रेस ने पार्टी के राज्य अध्यक्ष पीयूष बिस्वास पर कथित हमले के विरोध में पिछले दिनों 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है. कांग्रेस का आरोप है, 'बीजेपी के गुंडों ने हमला किया.' सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हमले की निंदा की, और कांग्रेस से अपना आंदोलन वापस लेने का आग्रह किया. कांग्रेस के त्रिपुरा के उपाध्यक्ष तापस डे ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने 'कुख्यात गुंडों' के साथ शनिवार देर शाम बिशालगढ़ के सिपहीजाला जिले में हमला किया. जबकि राज्य पार्टी प्रमुख बाल-बाल से बच गए, पार्टी के कई कार्यकर्ता घायल हो गए.