ट्रिपल तलाक पर मचे घमासान के बीच आरएसएस ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के खिलाफ एक और वार किया है। आरएसएस ने भारतीय मुस्लिम महिलाओं को पाकिस्तानी महिलाओं से सीख लेने की सलाह दी है।
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आरएसएस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा, 'मुस्लिम महिलाओं को पकिस्तानी महिलाओं से सीख लेनी चाहिेए। 1956 में प्रधानमंत्री अली बोगरा ने अपनी पत्नी को 'ट्रिपल तलाक' के जरिये तलाक दे दिया था। जिसके बाद पाकिस्तान की महिलाएं इस फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतर आईं और फिर सरकार को विरोध प्रदर्शन के आगे झुकना पड़ा।'
राकेश सिन्हा ने कहा कि 'सिर्फ एक पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाली मुस्लिम पर्सनल लॉ लोकतांत्रिक संंगठन नहीं है।'
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उन्होंने आगे कहा, 'मुस्लिम महिलाओं को 1956 को याद करना चाहिए। जब तत्कालीन प्रधानमंत्री अली बोगरा ने अपनी पत्नी को ट्रिपल तलाक बोल दिया। जिसके बाद इसके विरोध में मुस्लिम महिलाओं का बड़ा हुजूम सड़को पर आ गया था। 1961 में पाकिस्तानी प्रशासन को आखिरकार झुकना ही पड़ा और ट्रिपल तलाक को वापस लेना पड़ा।'
सिन्हा ने कहा, 'भारतीय मुस्लिम महिलाएं, जो अाज लोकतंत्र में जी रहीं हैं। उन्हें उस घटना से सीख लेनी चाहिए। उन्हें सड़कों पर उतर जाना चाहिए। उन्हें कट्टपंथी विचारधारों का विरोध करना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'महिलाअों को धर्म, जाति, रंग, भाषा और सभी अधिकारों के लिए बराबरी का हक दिया जाना चाहिए।'
Source : News Nation Bureau