कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मुस्लिम महिलाओं के लिए ट्रिपल तलाक भी बड़ा मुद्दा बन गया है जिसको लेकर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने केंद्र सरकार की तरफ से सफाई दी है।
बेंगलूरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'ट्रिपल तलाक बिल किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं है। यह मूल तौर पर लिंग समानता के लिए लिया गया फैसला है।'
गौरतलब है कि कर्नाटक में कुल आबादी का करीब 13 फीसदी हिस्सा (12.92%) मुस्लिम समुदाय है। इसलिए बीजेपी यूपी चुनाव की तरह वहां भी मुस्लिम महिला वोटरों को अपने पक्ष में लाना चाहती है। यूपी विधानसभा में मुस्लिम महिलाओं ने ट्रिपल तलाक को लेकर खुलकर बीजेपी को समर्थन दिया था जिससे पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिली थी।
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ट्रिपल तलाक बिल को पिछले संसद सत्र में ही लोकसभा से मंजूरी मिल गई थी लेकिन विपक्ष के ऐतराज की वजह से यह राज्यसभा में पास नहीं पाया था।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सत्ता से हटाने के लिए बीजेपी ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है और केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी वहां लगातार रैलियां कर रहे हैं।
दूसरी तरफ कांग्रेस के लिए अपना गढ़ कर्नाटक बचाना सबसे बड़ी चुनौती है कि क्योंकि यही एक मात्र बड़ा राज्य अब कांग्रेस के पास है।
गौरतलब है कि कर्नाटक के 225 में से 224 सीटों पर 12 मई को वोट डाले जाने हैं जबकि 15 मई को चुनाव नतीजे घोषित होंगे।
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Source : News Nation Bureau