विपक्षी दलों के कड़े तेवर के बीच मोदी सरकार ट्रिपल तलाक पर तैयार बिल बुधवार को राज्यसभा में पेश कर सकती है। इससे पहले यह बिल मंगलवार को सदन में पेश किया जाना था लेकिन विपक्षी दलों के कड़े तेवर को देखते हुए इसे एक दिन के लिए टाल दिया गया था।
मोदी सरकार ने इस बिल पर कांग्रेस समेत अन्य दलों से बातचीत के बाद ही राज्यसभा में पेश करने की योजना बनाई है।
संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने एक बयान में कहा था, 'ट्रिपल तलाक बिल पर हम कांग्रेस समेत अन्य दलों से बात कर रहे हैं। उम्मीद है कि आसानी से राज्यसभा में पास होगा। कल (बुधवार) यह पेश हो सकता है।'
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मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) बिल 2017 को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम और अन्य वामदलों ने सिलेक्ट कमेटी को भेजे जाने की मांग की है।
इस मामले में डीएमके नेता कनिमोझी ने कहा है, तीन तलाक बिल को सिलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाना चाहिए। वहीं एनसीपी नेता माजीद मेमन ने ट्रिपल तलाक बिल पर कहा, 'हमारी पार्टी ट्रिपल तलाक को अपराध बनाने के खिलाफ है, आप तलाक देने पर तीन साल सजा नहीं दे सकते हैं।'
सीपीआई नेता डी राजा ने ट्रिपल तलाक पर कहा कि लेफ्ट पार्टी बिल को राज्यसभा की प्रवर समिति के पास भेजने की मांग की जाएगी।
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आपको बता दें कि कांग्रेस व कुछ अन्य दलों ने लोकसभा में मांग की थी कि विधेयक को स्थायी समिति के पास भेजा जाए लेकिन सरकार ने इस मांग को ठुकरा दिया था। विपक्ष द्वारा विधेयक में सुझाए गए संशोधनों को भी खारिज कर दिया गया था।
राज्यसभा में बिल को पास कराने में मोदी सरकार को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है, जहां सरकार अल्पमत में है।
वहीं इस बिल को लेकर कांग्रेस में कन्फ्यूजन बरकरार है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, कांग्रेस ट्रिपल तलाक विधेयक को लेकर दिग्भ्रमित है।
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Source : News Nation Bureau