संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान तीन तलाक समेत 15 नए बिल होंगे पेश
16 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है जिसके नोटबंदी के कारण हंगामेदार रहने की आशंका है
highlights
- शीतकालीन सत्र के दौरान 15 नए बिल पेश करेगी मोदी सरकार
- तीन तलाक पर संशोधन बिल भी पेश करेगी सरकार
- किराए की कोख पर भी नया कानून बनाने के लिए होगी चर्चा
नई दिल्ली:
16 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। नोटबैन से लोगों को हो रही दिक्कतों पर विपक्ष एकजुट होकर सरकार को घेरने की तैयारी में है वहीं मोदी सरकार एक महीने तक चलने वाले शीतकालीन सत्र में तीन तलाक समेत करीब 15 अहम बिल पास कराना चाहती हैं।
संसद के शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार जीएसटी के अलावा कुछ और महत्वपूर्ण बिल भी पेश करेगी।
1. शीतकालीन सत्र के दौरान तीन तलाक संशोधन बिल पर भी चर्चा होगी। बीजेपी उत्तर प्रदेश चुनाव के पहले तीन तलाक का मुद्दा उछाल रही है।
2.संसद में किराये की कोख से जुड़ा बिल भी पेश किया जाएगा। इसमें किराये की कोख संबंधी राज्य स्तरीय बोर्ड और किराए की कोख की प्रक्रिया और चलन के नियमन से संबंधी बिल सरकार पेश करेगी।
3.शीतकालीन सत्र में भारतीय प्रबंध संस्थान( IIM) से जुड़े विधेयक भी पेश किए जाएंगे जिसमें प्रंबंधन संस्थाओं को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान बनाने पर चर्चा होगी।
4. सरकार जीएसटी से जुड़े तीन विधेयकों को भी पेश करेगी जिसमें केंद्रीय वस्तु और सेवा कर विधेयक और समन्वित वस्तु और सेवा कर शामिल है।
5. संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सांख्यिकी एकत्रीकरण संशोधन बिल 2016 पर भी चर्चा होगी जिसमें केंद्रीय सूची सांख्यिकी में जम्मू कश्मीर को भी शामिल करने पर भी विचार किया जाएगा।
6.इस सत्र में अनूसचित जनजाति आदेश संशोधन विधेयक को भी पेश किया जाएगा जिसके तहत छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, त्रिपुरा, असम जैसे राज्यों में अनुसूचित जनजाति की सूची को फिर से संशोधित करने पर भी चर्चा होगी।
ये भी पढ़ें: नोटबंदी पर मोदी सरकार का साथ छोड़ विपक्ष से जा मिली शिवसेना
संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने सभी दलों से सत्र के दौरान पेश होने वाले बिल पर सहयोग करने की भी अपील की है।
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें