तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को दावा किया कि दक्षिणी त्रिपुरा के उदयपुर में प्रसिद्ध त्रिपुरेश्वरी मंदिर में पूजा कर अगरतला लौट रहे थे तो उनके वाहन पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने हमला किया।
बनर्जी ने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा कि लाठियों और बांस के डंडों से लैस भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी कार पर हमला किया, जिसमें उनके तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।
उन्होंने कहा, त्रिपुरेश्वरी मंदिर की मेरी यात्रा में बाधा डालने के लिए, बार-बार सड़क जाम किया गया और यहां तक कि स्कूली छात्रों का भी नाकाबंदी में इस्तेमाल किया गया।
शुक्रवार को पार्टी के अन्य नेताओं के साथ कांग्रेस से तृणमूल में शामिल होने वाले सुबल भौमिक ने दावा किया कि भाजपा के गुंडों ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सड़क जाम किया और बनर्जी पर हमला किया।
भौमिक ने कहा, जब भाजपा कार्यकतार्ओं और उनके गुंडों ने बनर्जी के काफिले पर हमला किया, तो पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
तृणमूल के ट्विटर हैंडल ने कुछ वीडियो साझा किए और पोस्ट किया: लोकतंत्र पर इस तरह के राज्य प्रायोजित हमले केवल भाजपा शासित राज्यों में देखे जा सकते हैं! कल रात अगरतला में, एआईटीसी और अभिषेक बनर्जी के पोस्टर फाड़े गए। क्या त्रिपुरा में भाजपा सरकार ने इसकी अनुमति दी थी क्या उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी?
पश्चिम त्रिपुरा जिले के पुलिस अधीक्षक माणिक लाल दास ने आईएएनएस को बताया, मुझे बनर्जी पर किसी हमले के बारे में कोई जानकारी नहीं है। जब वह अगरतला से उदयपुर जा रहे थे तो कुछ लोगों ने नारेबाजी की होगी।
दास ने यह भी कहा कि पुलिस तृणमूल के पोस्टर फाड़ने के मामले की जांच कर रही है।
त्रिपुरा पुलिस के प्रवक्ता सुब्रत चक्रवर्ती ने कहा कि उन्हें बनर्जी पर शारीरिक हमले की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।
चक्रवर्ती ने कहा, हालांकि, कुछ लोगों ने उनकी उदयपुर यात्रा के दौरान नारे लगाए होंगे।
तृणमूल के आरोपों का खंडन करते हुए, भाजपा की गोमती जिला समिति के प्रमुख अभिषेक देबरॉय ने कहा कि नेताओं के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को त्रिपुरा में केंद्रीय योजनाओं के सफल कार्यान्वयन और राज्य में कोविड -19 टीकाकरण अभियान की सफलता को उजागर करने के लिए रैलियों और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया।
देबरॉय ने मीडिया से कहा, यह भाजपा को बदनाम करने की तृणमूल की साजिश हो सकती है, क्योंकि किसी भी पार्टी कार्यकर्ता ने बनर्जी के काफिले में उनके उदयपुर आने और जाने के दौरान उन्हें बाधित या हमला नहीं किया।
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Source : IANS