देशभर के रेल चालक गार्ड 36 घंटे की भूख हड़ताल पर जा रहे है। कर्मचारियों के शोषण सुविधाओं की अनदेखी और सातवें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों के वेतन विसंगतियों के विरोध में ये भूख हड़ताल हो रहा है।
ट्रेन चालकों की 8 प्रमुख मांगें रेलवे जिसे अनसुना करता आ रहा है। ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टॉफ एसोसिएशन व ऑल इंडिया गार्ड कौंसिल द्वारा केंद्रीय कार्यकारिणी दिल्ली में हुई बैठक में तय किया गया था कि वो मंगलवार से हड़ताल पर जाएंगे। सुबह 8 बजे से बुधवार रात 8 बजे तक होने वाली भुख हड़ताल मंडल मुख्यालय पर डीआरएम कार्यालय गेट पर होगी।
भूख हड़ताल देखते हुए रेलवे में मंगलवार और बुधवार के दिन छुट्टी लेने पर रोक लगा दी गई है। इसके लिये रेलवे बोर्ड ने आदेश भी जारी कर दिया है।
और पढ़ें: छत्तीसगढ़: गृहमंत्रालय ने सुकमा में हुए नक्सली हमले पर सीआरपीएफ से मांगी रिपोर्ट
क्या हैं मांगे:
रनिंग कर्मचारियों के वेतन में सातवें वेतन आयोग के अनुसार 14.29 फीसदी की वृद्धि की मांग
एचपीसी पर रेलवे बोर्ड के निर्णय को रिव्यू कर एलईओ चैन्नई के निर्देश पर लागू हो।
सहायक चालक को ग्रेड पे 2800 और दूसरी सुविधा दी जाएं
रनिंग भत्ता 1981 के नियम अनुसार दिया जाए।
रनिंग भत्ते पर गठित एम्पॉवर कमेटी को रद्द किया जाए
और पढ़ें: राष्ट्रपति चुनाव में शरद पवार हो सकते हैं विपक्ष के उम्मीदवार, शिवसेना और वामदल का मिला साथ
न्यूनतम दंड बर्खास्तगी को पूरी तरह समाप्त किया जाए।
सेवानिवृत लाभ 55 प्रतिशत किया जाए और नई पेंशन स्कीम रद्द की जाए
बगैर ब्रेकयान व बगैर गार्ड के असुरक्षित ट्रेनों का संचालन बंद हो
गार्ड को संरक्षा श्रेणी में शामिल किया जाए
और पढ़ें: DG बंजारा का खुलासा, एनकाउंटर न करता तो आज पीएम मोदी जिंदा नहीं होते, गुजरात बन जाता कश्मीर
Source : News Nation Bureau