राजस्थान का भीलवाड़ा जिला वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जंग जीतने के बाद सुर्खियों में आ गया है. पिछले महीने में तेजी से जिले में कोरोना वायरस के मरीजों की तादात बढ़ी थी और राजस्थान का एकाएक ये जिला सबसे ज्यादा कोरोना रोगियों वाला जिला बन गया था. मगर प्रशासनिक अधिकारियों ने युद्ध स्तर पर काम किया और आखिरकार कोरोना वायरस को मात दे दी. एक वक्त जिले में मरीजों की संख्या 30 के करीब पहुंच गई थी, लेकिन अब जिले में कोई भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं है. भीलवाड़ा ने इस संक्रमण के खिलाफ एक मॉडल देश और दुनिया के सामने रखा, जिसकी काफी प्रशंसा भी हुई है. हालांकि इस पूरी प्रक्रिया में 26 साल की एक आईएएस अधिकारी टीना डाबी ने अहम रोल निभाया. आइए इनके बारे में जानते हैं.
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आईएएस टीना डाबी ने दो साल पहले यूपीएससी परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया था और अब कोरोना वायरस को मात देने में अपनी भूमिका निभाई है. अभी टीना डाबी भीलवाड़ा में सब डिविजन कलेक्टर के तौर तैनात हैं. एक हिंदी अखबार को दिए इंटरव्यू में टीना डाबी ने बताया कि कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों ने प्रशासन की काफी चिंता बढ़ा दी थी. हालांकि हमने इसे रोकने के लिए आइसोलेशन का पहला कदम उठाया था. जिले को पूरी तरह आइसोलेट करने के लिए जनता का विश्वास भी जीता.
उन्होंने बताया है कि 19 जिले में पहला कोरोना पॉजिटिव केस आया था. 20 मार्च को ही हमने सख्त कदम उठाए. इस दौरान हमने पाया था कि एक पूरा प्राइवेट हॉस्पिटल ही इस वायरस की चपेट में आ गया है. बता दें कि इसी प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर और नर्स शुरुआत में आए कोरोना पॉजिटिव लोगों में शामिल थे. बाद में प्रशासन ने तुरंत कंप्लीट शटडाउन का फैसला किया और भीलवाड़ा जिले में महाकर्फ्यू लगा दिया. टीना डाबी ने बताया कि दो घंटे के भीतर ही शहर के डीएम राजेंद्र भट्ट ने कंप्लीट शटडाउन का फैसला लिया. डाबी ने बताया कि शटडाउन के फैसले के तुरंत बाद वो खुद शहरभर में घूमकर काम-काज बंद कराने, लोगों को समझाने पहुंचीं. उन्होंने बताया कि हमने लोगों को कई जरूरी बताएं समझाईं. जिले के लोगों को समझाने में प्रशासन ने सफलता मिली.
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उल्लेखनीय है कि 19 मार्च को भीलवाड़ा में कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला सामने आया था. इसके बाद संक्रमित मरीज के संपर्क में आए लोगों की स्क्रीनिंग का कार्य युद्ध स्तर पर चलाया गया था. जिले में कर्फ्यू लगाने के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों की सीमाओं को सील कर दिया गया था. संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि होने पर कर्फ्यू को कठोरता से लागू किया गया था.
बता दें कि 26 वर्षीय टीना डाबी राजस्थान कैडर की आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक किया. दो साल पहले ही उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में टॉप किया. टीना डाबी को ट्रेनिंग पूरी होने के बाद पहली पोस्टिंग अजमेर जिले में मिली. अभी वो एसडीएम पद पर भीलवाड़ा में तैनात हैं.