बालाकोट एयर स्‍ट्राइक से था एक बंदर का खास रिश्‍ता, पढ़ें ये Mystery

ऑपरेशन के प्रमुख ने कहा, दोस्‍तों को धोखा देने के लिए उन्‍होंने पार्टी में अल्‍कोहल नहीं लिया, बल्‍कि लाइम कोर्डियल की डबल डोज ली, जो व्‍हिस्‍की जैसी दिखती है.

author-image
Sunil Mishra
एडिट
New Update
बालाकोट एयर स्‍ट्राइक से था एक बंदर का खास रिश्‍ता, पढ़ें ये Mystery

बालाकोट एयर स्‍ट्राइक के राज

बालाकोट में एयर स्‍ट्राइक सफल हो जाए तो मुझे फोन पर केवल 'बंदर' बोल देना. यही शब्‍द थे वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ के. धनोआ ने यह बात बालाकोट एयर स्‍ट्राइक ऑपरेशन के प्रमुख एयर मार्शल सी. हरि कुमार से कही थी. सी. हरिकुमार का उसी दिन जन्‍मदिन भी था. जन्‍मदिन को मनाने के लिए उनके दोस्‍त केक लेकर उनके घर पहुंच गए थे. वे भी घर गए और जन्‍मदिन का जश्‍न मनाया. दोस्‍तों को धोखा देने के लिए उन्‍होंने अल्‍कोहल नहीं लिया, बल्‍कि लाइम कोर्डियल की डबल डोज ली, जो व्‍हिस्‍की जैसी दिखती है.

Advertisment

यह भी पढ़ें : अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान, लंदन में भारतीय उच्चायोग पर फेंके पत्थर और अंडे

दैनिक भास्कर से बातचीत में सी हरि कुमार ने बताया, ''उसी रात मेरा जन्मदिन था. रात 12 बजे घर से मैसेज आया कि दोस्त केक लेकर जन्मदिन मनाने पहुंचे हैं. किसी को मिशन का शक न हो, इसलिए मैं घर गया, केक काटा और कंट्रोल रूम आ गया''. उन्‍होंने बताया कि एयरस्ट्राइक के लिए 25-26 फरवरी की रात तय हुई थी. ठीक 7 दिन पहले हमें इस बारे में बताया गया था.

सी हरि कुमार ने यह भी बताया कि दिल्ली के इंडिया गेट पर आकाश मेस की वो शाम जिंदगी भर याद रहेगी. जन्मदिन के मौके पर मेरे सामने बड़ा मिशन था. साथ ही रिटायरमेंट पार्टी पहले से तय थी. मिशन बालाकोट को सीक्रेट बनाए रखने के लिए उसे कैंसिल नहीं किया था. पार्टी में मैंने वेटर को बुलाया और उससे धीरे से बोला- लाइम कोर्डियल (जूस और चीनी से बनी नॉन-अल्कोहलिक ड्रिंक) की डबल डोज के साथ पानी देना, ताकि रंग व्हिस्की सा दिखाई दे. पार्टी में एयरफोर्स चीफ बीएस धनोआ मुझे अकेले में ले गए और ऑपरेशन की तैयारियों के बारे में पूछा. उन्‍होंने कहा, ऑपरेशन सफल हो जाए तो फोन पर सिर्फ ‘बंदर’ बोल देना.

यह भी पढ़ें : इंटेलीजेंस फेल्‍योर होने के चलते हुआ था पुलवामा में आतंकी हमला, 40 जवान हुए थे शहीद

हरि कुमार ने बताया कि हम ऐसे समय हमला करना चाहते थे, जब सभी आतंकी एक जगह जमा हों. आतंकी ठिकानों पर नमाज से पहले सुबह चार बजे हलचल शुरू हो जाती थी. लिहाजा एक घंटे पहले वे अपने बेड पर होते थे. भारत में उस समय साढ़े तीन बजे होंगे और पाकिस्तान में तीन. मिशन के समय 3 से 4 बजे तक चांद को क्षितिज से 30 डिग्री पर होना था. उस दिन मौसम की पश्चिमी हलचलों का असर कम था. सटीक बमबारी में हवाएं आड़े आ सकती थीं.''

बता दें कि 25-26 फरवरी की रात को भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट (Balakot) में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक (Air Strike) किया था. इस हमले में आतंकी ठिकाने तबाह हो गए थे और सैकड़ों आतंकी मारे गए थे. इस मिशन के बारे में किसी को कानोंकान खबर नहीं थी. हमले के अगले दिन पूरी दुनिया को पता चला कि भारत ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक किया है.

HIGHLIGHTS

  • ऑपरेशन प्रमुख सी हरिकुमार का उसी दिन था जन्‍मदिन
  • घर पर केक लेकर जन्‍मदिन मनाने पहुंच गए थे दोस्‍त
  • दोस्‍तों के साथ पार्टी की लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी 

Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो

C Hari Kumar Vote For Balakot Air Strike Balakot
      
Advertisment