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General (Retired) D S Hooda,
सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर जनरल (रिटायर्ड) डीएस हुड्डा ने बड़ा बयान दिया है. सर्जिकल स्ट्राइक में अहम भूमिका अदा करने वाले डीएस हुड्डा ने कहा कि इसका इतना प्रचार करने की जरूरत नहीं थी.
डीएस हुड्डा ने कहा, 'मुझे लगता है कि इसका (सर्जिकल स्ट्राइक) का बहुत ज्यादा प्रचार किया गया. हमला जरूरी था और हमलोगों ने इसे किया. अब इसका कितना राजनीतिकरण करना चाहिए था जो सही हो या फिर गलत इसका जवाब नेताओं से पूछा जाना चाहिए.
General (retired) D S Hooda: I do think there was too much hype over it (surgical strike). The strike was important & we had to do it. Now how much should it have been politicised, whether it was right or wrong is something that should be asked to the politicians. (7.12) pic.twitter.com/8v0QJ1tzK5
— ANI (@ANI) December 8, 2018
शुक्रवार को डीएस हुड्डा चंडीगढ़ लेक क्लब में शुरू हुए आर्मी मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल में रोल ऑफ क्रॉस बॉर्डर ऑपरेशन एंड सर्जिकल स्ट्राइक पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक करने का यह मतलब नहीं है कि आतंकवाद खत्म हो जाए. इसका मकसद पाकिस्तान को करारा जवाब देना था. सर्जिकल स्ट्राइक से यह समझना कि अब आतंक खत्म हो गया या पाकिस्तान बाज आ जाएगा, गलत है.
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उन्होंने कहा कि स्ट्राइक एक ऑपरेशन था जो समय की मांग के अनुसार होता है. पाकिस्तान ने पठानकोट और उरी में आतंकी हमले किए गए थे और इसका जवाब देने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक जरूरी थी.
Source : News Nation Bureau