Paralympics: सुहास की जीत पर पीएम मोदी और सीएम योगी ने दी बधाई, कही ये बड़ी बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बधाई दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके सुहास एल यतिराज को बधाई दी. उन्होंने यतिराज के साथ एक फोटो भी शेयर किया.
highlights
- सिल्वर मेडल जीतने पर सुहास को बधाई
- पीएम मोदी सीएम योगी ने सुहास को दी बधाई
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी दी बधाई
नई दिल्ली :
टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo Paralympic) में भारत का सुनहरा सफर रविवार को भी जारी रहा. नोएडा के डीएम सुहास एल यतिराज (Suhas L Yathiraj) ने पुरुष बैडमिंटन सिंगल्स की स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास बना दिया. सुहास एल यतिराज ने पूरे देश को गौरव से भर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ( CM Yogi Adityanath ) ने बधाई दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके सुहास एल यतिराज ((Suhas L Yathiraj)) को बधाई दी. उन्होंने यतिराज के साथ एक फोटो भी शेयर किया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी सुहास एल यतिराज को बधाई दी.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सुहास एल को सिल्वर मेडल जीतने पर बधाई देते हुए कहा कि एक सिविल सेवक के रूप में कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए खेल को आगे बढ़ाने में आपका समर्पण असाधारण है.
President Ram Nath Kovind congratulates Noida DM and para-badminton player Suhas L Yathiraj on winning the Silver medal at #Tokyoparalympics2020
— ANI (@ANI) September 5, 2021
"Your dedication in pursuing sports while discharging duties as a civil servant is exceptional," he says. pic.twitter.com/pIj9y6WckU
पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा, 'सुहास यतिराज ने अपने असाधारण खेल प्रदर्शन की बदौलत हमारे पूरे देश की कल्पना पर कब्जा कर लिया है.'
"Suhas Yathiraj has captured the imagination of our entire nation thanks to his exceptional sporting performance," says PM Narendra Modi congratulating Noida DM on winning the Silver medal in Badminton at #Tokyoparalympics pic.twitter.com/nUiQphVoOr
— ANI (@ANI) September 5, 2021
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी सुहास एल यतिराज की इस उपलब्धि पर बधाई दी. सीएम योगी ने कहा, 'उन्हें मेरी ओर से हार्दिक बधाई. इससे पहले भी कई मौकों पर उन्होंने कई मेडल जीते थे. अपने प्रशासनिक कर्तव्यों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करने के साथ, वह पैरालिंपिक में सफल रहे हैं.'
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कुछ ऐसा रहा फाइनल मैच
अगर फाइनल मैच की बात की जाए तो पहले गेम में फ्रांसीसी खिलाड़ी लुकास माजूर ने शानदार शुरुआत कर स्कोर 6-3 कर दिया था. इसके बाद सुहास ने आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया और गेम अंतराल के समय 11-8 की बढ़त ले ली. फिर सुहास ने लगातार अंक बटोर कर स्कोर 17-12 पर ला दिया. हालांकि लुकास मजूर ने तीन प्वाइंट जरूर हासिल किए, लेकिन यह गेम जीतने के लिए नाकाफी थे. अंततः सुहास ने पहला गेम 20 मिनट में जीतकर 1-0 की बढ़त ली. दूसरे गेम में भी मजूर ने शानदार शुरुआत कर 8-6 की बढ़त ली. फिर सुहास ने लगातार पांच प्वाइंट हासिल कर स्कोर को 11-8 पर लाए. हालांकि माजूर शानदार वापसी कर 16-16 की बराबरी करने में सफल रहे. इसके बाद मजूर ने दो और अंक हासिल कर स्कोर 18-16 कर दिया. अंततः दूसरे गेम को लुकास मजूर ने 22 मिनट में जीतकर मैच में बराबरी कर ली. तीसरे गेम में दोनों खिलाड़ियों ने रोमांचक मुकाबला पेश किया. गेम अंतराल के समय सुहास 11-10 की मामूली बढ़त पर थे, लेकिन बाद में अपनी लय बरकरार नहीं रख पाए और माजूर ने लगातार अंक लेकर तीसरे गेम को 21 मिनट में जीत लिया. इस तरह सुहास गोल्ड के अपने सपने से महज एक कदम दूर रह गए.
कैसे आईएएस बने सुहास
आईएएस सुहास मूलतः कर्नाटक के रहने वाले हैं और उनके घुटनों में थोड़ा सा विकार है. कंप्यूटर इंजीनियर की बढ़ाई करने वाले सुहास ने कोर्ट के भीतर और बाहर कई उपलब्धियां हासिल की है. इसके साथ ही वह 2007 बैच के आईएसएस अधिकारी भी हैं. फिलहाल 2020 से सुहास नोएडा के जिलाधिकारी बतौर तैनात हैं. सिर्फ खेल ही नहीं सुहास ने कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में भी सार्थक योगदान दिया है. एनआईटी कर्नाटक से कंप्यूटर इंजीनियर के रूप में स्नातक सुहास नोएडा से पहले प्रयागराज, आगरा, आजमगढ़, जौनपुर, सोनभद्र जिलों में जिलाधिकारी पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
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