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भारत को आज मिलेगा दूसरा VVIP विमान 'एयर इंडिया वन', ये हैं खूबियां 

दोनों विमानों की खरीद के लिए भारत ने 8400 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.  यह विमान खास तकनीक से लैस हैं. विमानों को कस्टमाइज करने का काम अमेरिका में किया गया.

Updated on: 24 Oct 2020, 12:29 PM

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भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की यात्राओं को और सुरक्षित बनाने के लिए आज भारत को दूसरा बोइंग 777 एयरक्राफ्ट (Boeing 777 Aircraft) मिलेगा. इन विमानों को खास तौर पर अमेरिका में तैयार किया गया है. इस विमानों को अमेरिका के राष्ट्रपति के लिए खास तौर पर तैयार किए गए एयरफोर्स वन की तरह तैयार किया गया है. इन विमानों पर मिसाइल से भी हमला नहीं किया जा सकता है. 

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बोइंग कंपनी ने तैयार किया है विमान
इन विमानों को बोइंग कंपनी ने खास तौर पर तैयार किया है. इनमें विमानों में वीवीआई की सुरक्षा के मद्देनजर जरूरी बदलाव किए गए हैं. यह विमान बिना रीफ्यूल किए 17 घंटे की उड़ान भर सकते हैं. इन विमानों में दुनिया के सबसे उन्नत तकनीक का बेहद सुरक्षित कम्यूनिकेशन सिस्टम लगा हुआ है. इस कम्युनिकेशन सिस्टम को न हैक किया जा सकता है और न ही रिकॉर्ड किया जा सकता है. 

क्या है इस विशेष विमान की खासियत?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए खास तौर पर तैयार कराए गए इस विमान के अगले हिस्से में EW जैमर लगा है. ये रडार दुश्मन के सिग्नल को पूरी तरह जाम कर सकता है. इसके साथ ही यह इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल को जाम कर देता है, जिससे अगर इसके ऊपर मिसाइल फायर की गयी है तो उसे टारगेट नहीं मिल पाता. इस जैमर को मिसाइल की जानकारी देता है. विमान के पिछले हिस्से में लगा मिसाइल अप्रोच सिस्टम, जैसे ही इसके ऊपर कोई मिसाइल फायर होती है, ये फौरन अलर्ट कर देता है. इसके साथ ही ये मिसाइल कितनी दूर है, कितनी स्पीड से आ रही है, और कितनी ऊंचाई पर ही इसकी भी जानकारी देता है.

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मिसाइल हमले को भी करता नाकाम
यह विमान किसी भी तरह के मिलाइल हमले से पूरी तरह सुरक्षित है. इस विमान में हीट सिंक मिसाइलों से बचाव के लिए इसमें फ्लेयर्स लगे हैं. जैसा कि नाम से ही जाहिर है, ये ऐसी मिसाइलें होती हैं जो गर्मी की ओर आकर्षित होती हैं, इन फ्लेयर्स से इतनी गर्मी निकलती है जिससे मिसाइल की दिशा भ्रमित की जा सकती है. इसके अलावा इसमें एक मिरर बॉल सिस्टम भी लगा है, इसका काम है इंफ्रारेड सिग्नल को जाम करना, क्योंकि आजकल की आधुनिक मिसाइलें इंफ्रा रेड नेविगेशन सिस्टम से चलती हैं, उनके सिग्नल को ये जाम कर देता है, जिससे मिसाइल नाकाम हो जाती है.

किसी से भी, कभी भी करते हैं बात
इस विमान में सबसे आधुनिक और सिक्योर सैटेलाइट कम्यूनिकेशन सिस्टम भी लगा है. इससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ना सिर्फ ग्राउंड पर संपर्क में रह सकते हैं बल्कि दुनिया के किसी भी कोने में बातचीत कर सकते हैं. बेहद सुरक्षित होने से उनकी बातचीत को टेप भी नहीं किया जा सकता. पीएम और राष्ट्रपति के लिए ऐसे दो विमान लिए गए हैं. इनमें से एक विमान अगले महीने ही डिलिवर होने वाला है. इसे एयरफोर्स के पायलट उड़ाएंगे और इसका कॉल साइन इंडियन एयरफोर्स वन रखा जा सकता है. इन दोनों विमानों की कीमत करीब 8458 करोड़ रुपये बताई जा रही है.

विमान पर उकेरा गया है अशोक चक्र और तिरंगा
इस मोडिफाइड विमान पर हिंदी में भारत और अंग्रेज़ी में इंडिया लिखा हुआ है. अशोक चक्र के साथ ही विमान पर तिरंगा भी उकेरा गया है. विमान के भीतर ऑनबोर्ड तमाम सुविधाएं, मीटिंग कक्ष, कॉन्फ्रेंस कैबिन, प्रैस ब्रीफिंग रूम, सुरक्षित वीडियो टेलीफोनी और साउंड प्रूफ इंतज़ामों के साथ फाइव स्टार सुविधाएं हैं. इस विमान की स्पीड करीब 900 किलोमीटर प्रतिघंटा तक होगी.