Advertisment

तमिलनाडु सरकार तूतीकोरिन में मत्स्य पालन कॉलेज-सह-अनुसंधान केंद्र बनाएगी

तमिलनाडु सरकार तूतीकोरिन में मत्स्य पालन कॉलेज-सह-अनुसंधान केंद्र बनाएगी

author-image
IANS
New Update
TN to

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

तमिलनाडु सरकार का मत्स्य विभाग मछुआरों को उनके कौशल में सुधार के लिए वैज्ञानिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए तूतीकोरिन में एक एकीकृत मत्स्य पालन कॉलेज-सह-अनुसंधान केंद्र स्थापित करेगा। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।

मत्स्य पालन, मछुआरा कल्याण और पशुपालन मंत्री के कार्यालय द्वारा रविवार को जारी बयान में कहा गया है कि परियोजना के शुरुआती खर्च के लिए 3.2 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है।

राज्य सरकार 359 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से राज्य के तटीय जिलों में 31 मछली लैंडिंग केंद्रों का निर्माण करेगी।

इनमें से 11 फिश लैंडिंग सेंटर तूतीकोरिन में 109 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जाएंगे।

संयोग से तूतीकोरिन राज्य के मत्स्य पालन मंत्री अनीता आर. राधाकृष्णन का गृह जिला है।

बयान में कहा गया है कि इस बीच कुड्डालोर में छह, चेंगलपेट में सात, कन्याकुमारी में तीन, मयिलादुथुराई में दो और तंजावुर में एक मछली लैंडिंग केंद्र बनाया जाएगा।

यह भी कहा गया है कि मछली पकड़ने वाली नौकाओं के सुगम प्रवेश के लिए तूतीकोरिन में मछली पकड़ने के बंदरगाह को 5 करोड़ रुपये की लागत से गाद निकालकर और गहरा किया जाएगा।

बयान के अनुसार, राज्य सरकार समुद्री और अंतर्देशीय मछुआरों के कल्याण की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय मछुआरा कल्याण आयोग की स्थापना के लिए भी प्रयास करेगी।

राज्य सरकार 7.99 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पालतू जानवरों के लिए एक उन्नत बहु-विशिष्ट अस्पताल और अनुसंधान केंद्र स्थापित करेगी। अस्पताल और अनुसंधान केंद्र चेन्नई के नंदनम में बनेगा।

यह भी कहा गया कि सरकार राज्य में पशुधन, मुर्गी पालन और खाद्य क्षेत्र की बेहतरी के लिए अनुसंधान करने के लिए तमिलनाडु पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का समर्थन करेगी।

मत्स्य मंत्री के कार्यालय ने कहा कि सरकार चेन्नई के निकट कोलाथुर में 50 करोड़ रुपये की लागत से सजावटी मछली के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय व्यापार केंद्र स्थापित करेगी।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment