बालू माफिया ने मंगलवार को मुराप्पनाडु कोविल्पत्हू में एक 53 वर्षीय ग्राम प्रशासनिक अधिकारी वाई. लूर्थ फ्रांसिस की उनके कार्यालय के अंदर हत्या कर दी। इस हत्या के बाद राज्य भर में सदमे की लहर दौड़ गई है।
जहां एक आरोपी आर. रामसुब्रमण्यम उर्फ रामसुब्बू को मंगलवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था, वहीं पुलिस ने एक अन्य आरोपी मारीमुथु को बुधवार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने दोनों संदिग्धों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 448, 332, 302 और 506 (2) के तहत मामला दर्ज किया है।
तमिलनाडु में राजनीतिक दलों ने रेत (बालू) माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के प्रदेश अध्यक्ष अंबुमणि रामदास ने रेत माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने और राज्य में कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल माफिया पर नकेल कसने को कहा है।
दलित राजनीतिक दल विदुहतलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) ने सरकार से राज्य के कई हिस्सों में कहर बरपा रहे रेत माफियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है।
माकपा और भाकपा ने भी रेत माफिया पर तत्काल कार्रवाई की मांग की। माकपा के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, यह वास्तव में दुखद है। रेत माफिया को अपने क्षेत्र में काम करने की अनुमति नहीं देने के लिए एक अधिकारी की उनके कार्यालय के अंदर हत्या परेशान करने वाली है और मुख्यमंत्री को इन लोगों के खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
वाइको की एमडीएमके ने सरकार और पुलिस से इस मुद्दे को गंभीरता से लेने और रेत माफिया पर नकेल कसने का आह्वान किया है। पुलिस के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि अपराध करने वालों और रेत माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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Source : IANS