मीठी नदी घोटाला : डिनो मोरिया को ईडी का समन, अगले हफ्ते होगी पूछताछ
आइस बाथ में चिल करते दिखे रैपर बादशाह, जानें इसके क्या हैं फायदे
'मैं निक जोनस से प्यार करती हूं', इस एक्ट्रेस ने Priyanka Chopra के पति को लेकर कह डाली ये बात
घर में शीशा लगाते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना हो सकता है आर्थिक नुकसान
आरजेडी नेता तेजस्वी के काफिले को ट्रक ने मारी टक्कर, बाल-बाल बचे, तीन सुरक्षाकर्मी घायल
संभल : ईद-उल-अजहा पर अदा की गई नमाज, अमन-चैन और भाईचारे की मांगी दुआ
कांग्रेस कभी जातिगत जनगणना कराने की हिम्मत नहीं जुटा पाई : छत्तीसगढ़ सीएम विष्णु देव साय
पाकिस्तान को जुल्म और जुर्म के जल्लादों की कुर्बानी देनी होगी: मुख्तार अब्बास नकवी
Coronavirus In India: बीते 24 घंटे में देश में इतने बढ़े कोरोना के केस, जानें मरने वालों का आंकड़ा

तमिलनाडु की आइडल विंग ने नटराज की प्रतिमा को जब्त किया, सत्यापन के लिए परमाणु अनुसंधान केंद्र से किया संपर्क

तमिलनाडु की आइडल विंग ने नटराज की प्रतिमा को जब्त किया, सत्यापन के लिए परमाणु अनुसंधान केंद्र से किया संपर्क

author-image
IANS
New Update
TN idol

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

तमिलनाडु पुलिस की आइडल विंग ने चेन्नई के एक इलाके से 4.5 फीट ऊंची नटराज की प्रतिमा जब्त की है, जिसे एशिया की तीसरी सबसे बड़ी मूर्ति माना जाता है।

Advertisment

जबकि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने पुष्टि की है कि मूर्ति पंचलोहा से बनी है। आइडल विंग ने इसके सत्यापन के लिए इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र से संपर्क किया है।

आइडल विंग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि गुरुवार को जब्ती की गई और आरोपी व्यक्ति पार्थिबन के पास अपना स्वामित्व साबित करने के लिए कोई दस्तावेज नहीं था।

फिलहाल जांच टीम इस बात की जांच कर रही है कि पार्थिबन को नटराज की मूर्ति कहां से मिली।

एएसआई के अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि 2017 में एक महिला ने मूर्ति को जर्मनी भेजने के लिए गैर-प्राचीनता प्रमाण पत्र का अनुरोध करने के लिए उनसे संपर्क किया था।

उन्होंने कहा, हालांकि उन्होंने मूर्ति के स्थान और उसके ठिकाने का खुलासा नहीं किया और यह सिर्फ एक आकस्मिक पूछताछ की तरह था।

आइडल विंग को गुप्त सूचना मिली थी कि मूर्ति चेन्नई में है और इसे शहर के मनाली इलाके में लोहे और स्टील के बाजार से बरामद किया गया है।

आईएएनएस से बात करते हुए, पुलिस महानिदेशक (आइडल विंग), जयंत मुरली ने कहा, हम ²ढ़ता से मानते हैं कि मूर्ति लगभग 1,200 साल पुरानी है और यह प्रारंभिक चोल काल या पल्लव और चोल के संक्रमण काल की हो सकती है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

      
Advertisment