/newsnation/media/post_attachments/images/2017/02/07/75-563043972sasikalavk6.jpg)
तमिलनाडु में शशिकला नटराजन को विधायक दल की नेता चुने जाने के बाद भी अभी शशिकाल राज्य की मुख्यमंत्री नही बन पाएंगी। बता दें कि सीएम के रूप में शपथ लेने पर रोक लगाने के लिये सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को इस याचिका पर सुनवाई कर सकता है।
चेन्नई के रहने वाले सेंथिल कुमार ने यह जनहित याचिका अपने एनजीओ सत्ता पंचायत इयक्कम की तरफ से दायर किया है। याचिका में कहा गया है कि भ्रष्टाचार के मामले में सुप्रीम कोर्ट एक हफ्ते के अंदर फैसला देने वाला है ऐसे में उनके शपथ पर रोक लगाई जाए।
Sources: TN governor unlikely to administer oath of Sasikala, Guv examining legal implication as there is hearing in a case against Sasikala
— ANI (@ANI_news) February 6, 2017
इसके अलावा विपक्ष दल डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष स्टालिन ने शशिकला को शपथ ग्रहण से रोकने में केंद्र के हस्तक्षेप की मांग की है। स्टालिन दिल्ली पहुंच चुके है और इस संबंध में गृहमंत्री राजनाथ सिंह और पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे।
एआईडीएमके पार्टी के प्रवक्ता के मुताबिक अभी पार्टी ने भी शपथ ग्रहण की तारीख तय नहीं की गई है। पहले ये अटकलें लगाई जा रही थी कि शशिकला 9 फरवरी को सीएम पद की शपथ ले सकती हैं।
राजभवन के एक अधिकारी ने कहा कि राज्यपाल चौधरी विद्यासागर राव वर्तमान में दिल्ली में हैं और उनके राज्य की राजधानी पहुंचने को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है।
हालांकि राज्यपाल राव ने सोमवार को मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम का इस्तीफा मंजूर कर लिया था। पन्नीरसेल्वम को लिखे एक पत्र में राव ने कहा, "मैं पांच फरवरी की तारीख वाले आपके पत्र के माध्यम से आपका और आपके मंत्रिपरिषद का इस्तीफा मंजूर करता हूं।'
ये भी पढ़ें: शशिकला को तमिलनाडु का सीएम बनने से रोकने के लिये SC में दायर हुई जनहित याचिका
पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता और शशिकला के भ्रष्टाचार मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने संकेत दिया कि वो इस मामले में फैसला दे सकता है। इसके कुछ घंटों बाद ही सेंथिल ने यह याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की।
ये भी पढ़ें: सहारा को झटका: सु्प्रीम कोर्ट ने 39,000 करोड़ रुपये की एंबी वैली प्रोजेक्ट को जब्त करने का दिया आदेश
कुमार इस मामले में अपना पक्ष खुद रखेंगे और मांग की है कि शशिकला के शपथ पर रोक लगाई जाए। उन्होंने दलील दी है कि अगर वो शपथ ले लेती हैं और कोर्ट उनको सज़ा देती है तो इस्तीफा देना देना होगा ऐसे में राज्य में दंगे हो सकते हैं।
Source : News Nation Bureau