logo-image

तमिलनाडु के सरकारी कार्यालयों में तमिल होगी संचार भाषा : मंत्री

तमिलनाडु के सरकारी कार्यालयों में तमिल होगी संचार भाषा : मंत्री

Updated on: 22 Jul 2021, 09:15 PM

चेन्नई:

तमिलनाडु के तमिल राजभाषा, तमिल संस्कृति और पुरातत्व मंत्री, थंगम थेनारासु ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं कि राज्य के सरकारी कार्यालयों में तमिल को आधिकारिक संचार भाषा बनाया जाए।

मंत्री ने चेन्नई में अपने कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सरकारी फाइलों को तमिल भाषा में बदलने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। थंगम थेनारासु ने कहा कि मुख्य सचिव ने पहले ही सरकारी फाइलों का तमिल भाषा में अनुवाद सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं और प्रगति की निगरानी के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।

मंत्री ने यह भी कहा कि सरकारी फाइलों का तत्काल प्रभाव से तमिल भाषा में अनुवाद सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को लगाया जाएगा।

तमिल भाषा मंत्री ने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत एम. करुणानिधि ने तमिल विद्वानों को सालाना 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार देने के लिए केंद्रीय शास्त्रीय तमिल संस्थान (सीआईसीटी) के तहत एक बंदोबस्ती बनाई थी। हालांकि, मंत्री ने अफसोस जताया कि बाद की अन्नाद्रमुक सरकार ने इसे आगे नहीं बढ़ाया।

थंगम थेनारासु ने कहा कि द्रमुक सरकार तमिल विद्वानों को नकद पुरस्कार देने के प्रस्ताव को पुनर्जीवित करेगी और इसके लिए जल्द ही एक समिति का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन जल्द ही इसकी औपचारिक घोषणा करेंगे।

मंत्री ने कहा कि सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ क्लासिकल तमिल (सीआईसीटी) एक स्वायत्त संस्थान के रूप में चलता रहेगा। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि तमिल विद्वानों की मूर्तियों का उचित रखरखाव किया जाए। मंत्री ने यह भी कहा कि निर्माण पूरा होने के तुरंत बाद सीसीएलटी को पेरुं बक्कम में एक नए भवन में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.