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ओडिशा-आंध्र की तरफ बढ़ रहा 'तितली' तूफान
बंगाल की खाड़ी पर बन रहे दबाव के कारण आए चक्रवाती तूफान ‘तितली’ ने बुधवार यानी आज प्रचंड रूप ले लिया. यह तूफान धीरे-धीरे ओडिशा और आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ रहा है. मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार सुबह तक इसकी तीव्रता और बढ़ेगी. 'तितली साइक्लोन' को लेकर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हाई लेवल की बैठक की. बैठक में सुरक्षा और राहत एजेंसियों को अलर्ट पर रखने को कहा गया है.
Odisha CM Naveen Patnaik held a high-level meeting over #TitliCyclone in Bhubaneswar, today. pic.twitter.com/PkR4I49Yek
— ANI (@ANI) October 10, 2018
UPDATE-
#ओडिशा सरकार ने बुधवार को गंजम, पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा जिलों के प्रशासन को चक्रवाती तूफान 'तितली' की राह में आने वाले सभी संभावित क्षेत्रों को खाली कराने के निर्देश दे दिए हैं. मौसम विभाग द्वारा चक्रवात तितली के गंभीर स्तर पर पहुंचने की सूचना देने के बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इन पांच जिलों के जिला अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि कोई दुर्घटना ना घटे.
#गंजम जिले में पहले ही जिला खाली करने की प्रक्रिया शुरू होने की समीक्षा करने के बाद पटनायक ने कहा कि सभी स्कूलों, कॉलेजों और आंगनवाड़ी केंद्रों को 11 -12 अक्टूबर को बंद रखा जाएगा। शिक्षक हालांकि ड्यूटी पर रहेंगे.
#मुख्य सचिव आदित्य प्रसाद पधी ने कहा कि राज्य में 11 अक्टूबर को होने जा रहे छात्र संघ चुनावों को रद्द कर दिया गया है.
#चक्रवात और इसके साथ भारी बारिश आने की संभावना के बीच सभी अधिकारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी गई है। तूफान और बारिश से पूरे राज्य के चपेट में आने की संभावना है.
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात तितली गंभीर स्तर को छूते हुए ओडिशा-आंध्र प्रदेश के तटों की तरफ बढ़ रहा है. मौसम विभाग ने कहा कि ओडिशा के गोपालपुर और आंध्र प्रदेश के कलिंगापत्तनम के बीच गुरुवार तड़के भूस्खलन होने की संभावना है.
अगले 18 घंटों में गुरुवार तड़के तक इसके बहुत गंभीर स्तर पर पहुंचने की भी संभावना है. गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, खुर्दा, नयागढ़, कटक, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, कंधमाल, बौंध और ढेंकनल में गुरुवार तक तेज से मूसलाधार बारिश होने की संभावना है.
मुख्य सचिव ने कहा कि अब तक राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 10 दल और ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ओडीआरएएफ) के आठ दल विभिन्न तटीय और आंतरिक जिलों में तैनात किए जा चुके हैं. विशेष राहत आयुक्त विशुनपाड़ा सेठी ने जिलों को ज्यादा से ज्यादा लोग रखने के लिए 836 बहुद्देशीय शिविरों को तैयार रखने के निर्देश दिए हैं.
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उन्होंने कहा कि अन्य जिलाधिकारी भी अपने संबंधित क्षेत्रों में स्थिति की समीक्षा करेंगे और खतरे की स्थिति में रह रहे लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाएंगे.
उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान आने से पहले बूढ़े, अक्षम, महिलाओं व बच्चों को निश्चित ही आश्रय गृहों में पहुंचाने से पहले विशेष देखभाल की जाने की जरूरत है. इसके साथ ही मुफ्त रसोई के जरिए पके हुए भोजन, साफ पीने का पानी, स्वास्थ्य और स्वच्छता की स्थिति की व्यवस्था की जाए. बिजली की व्यवस्था भी की जाएगी.
उन्होंने आदेश दिया कि सभी चक्रवाती तूफान और बाढ़ आश्रयगृहों को तत्काल जांचा-परखा जाए और लोगों को यहां लाए जाने की स्थिति में घरों को तैयार रखा जाए.
सेठी ने कहा कि विशेष राहत संगठनों के कम से कम 300 इंजनयुक्त नौकाओं को विभिन्न जिलों में तैयार रखा गया है, जबकि एनडीआरएफ और ओडीआरएएफ की टीमों और दमकल कर्मियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा गया है.
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Source : News Nation Bureau