गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुए हमले में शामिल तीन आतंकी जो मारे गए थे, वो जाकिर नाइक के प्रशंसक थे। राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित जवाब में गृह राज्य मंत्री ने जाकिर नाइक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन(आईआरएफ) की संदिग्ध गतिविधियों की भी बात बताई।
उन्होंने बताया कि जानकारी के अनुसार, इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन का स्वरूप शैक्षिक एवं सामाजिक है लेकिन यह अन्य गतिविधियों में भी लिप्त रहा है। उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया 'विदेशी योगदान विनिमय कानून के उल्लंघन को देखते हुए इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को पूर्व अनुमति श्रेणी में रखा गया।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को ही विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक के एनजीओ पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था। इससे पहले जाकिर के एनजीओ पर विदेश से चंदा लेने पर रोक लगाई गई थी।
गृहमंत्रालय ने जाकिर नाइक के एनजीओ की फंडिग पहले ही रोक दी थी। जाकिर इस वक्त मलेशिया में रह रहे हैं। इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन उस समय मुश्किल में आ गई थी, जब बांग्लादेश में हुए हमले में शामिल एक आतंकी ने डॉ जाकिर नाइक के भाषण से प्रेरित होने की बात कही थी।
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HIGHLIGHTS
- विवादित इस्लामिक प्रचारक पर केंद्र सरकार का बयान
- ढाका हमले में शामिल 3 आतंकी जाकिर नाइक के प्रशंसक थे
- केंद्र पहले ही जाकिर नाइक के NGO पर लगा चुकी है प्रतिबंध
Source : News Nation Bureau