दिल्ली के प्रगति मैदान में 'इंडियन फार्मा एक्सपो 2017' शुरू हो गया जो तीन दिनों तक चलेगा। इस एक्सपो का उद्घाटन करते हुए रसायन और उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्यूटिकल विभाग के संयुक्त सचिव सुधांशु पंत ने कहा कि यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां निर्माता, खरीदार व विक्रेता को एक साथ एक ही मंच पर आने का मौका मिलता है।
सीआईएमएस मेडिका इंडिया की प्रबंध निदेशक डॉ. मोनिका भाटिया ने कहा, 'जीएसटी अब तक देश का सबसे बड़ा कर सुधार है, जिसकी वजह से देश के फार्मेसी उद्योग में विदेशी निवेश में बढ़ोतरी होगी। जीएसटी लागू होने से दवा निमार्ताओं को फायदा मिलना शुरू हो गया है जिसका लाभ आम आदमी को मिलेगा।'
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इंडियन फार्मा एक्सपो 2017 के छठे संस्करण को दर्शकों का भारी उत्साह व प्रोत्साहन मिल रहा है। 'मेक इन इंडिया' रिपोर्ट के मुताबिक सन 2020 तक भारत विश्व में दवाओं का तीसरा बड़ा बाजार होगा, जिसका आकार साल 2020 तक 45 अरब डॉलर होगा।
भारत में दवा निर्माण की कीमत यूरोप व अमेरिका में बनाई जा रही दवाओं की कीमतों से तकरीबन आधी है। यह क्षेत्र 2018 तक लगभग 18.98 लाख और 2022 तक लगभग 24.64 लाख रोजगार मुहैया करा सकता है।
इस एक्सपो में पूरे भारत से फार्मा इंडस्ट्री से जुड़ी लगभग 100 से ज्यादा कंपनियां भाग ले रही हैं।
Source : IANS