पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हुए बीएसएफ जवान नितिन सुभाष कोली के अंतिम संस्कार में हज़ारों स्थानीय लोगों में शिरकत की। पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
कोली जम्मू-कश्मीर के माछिल सेक्टर में 29 अक्टूबर को पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हुए। सांगली ज़िले के दूधगांव में हुए उनके अंतिम संस्कार में राज्य के मंत्रियों चंद्रकांत पाटिल और सद्बाहु खोटे ने भी अपनी श्रद्धांजलि दी।
उनेक शरीर को पहले उनके घर ले जाया गया और उसके बाद लोगों के अंतिम दर्शन के लिये कर्मवीर चौक पर रखा गया। 28 साल के कोली दीवाली के बाद अपने घर जाने वाले थे। वो एक किसान परिवार से थे उनके परिवार में माता पिता, एक छोटा भाई, पत्नी और दो बेटे हैं।
2008 में बीएसएफ ज्वाइन करने पहले कोली अपनी पढ़ाई की ज़रूरतों को पूरी करने के लिये एक मजदूर के तौर पर काम करते थे। हाल ही में उन्होंने छोटे भाई के लिये एक वैन खरीदा थी जिससे कि वो अपना व्यापार कर सके।
Source : News Nation Bureau