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दिवाली पर इस बार व्यापारियों की हुई चांदी, सीजन की बिक्री में 40 % की वृद्धि

इस वर्ष के दिवाली त्यौहार की खरीदी के सीजन ने पिछले अनेक वर्षों की दिवाली की बिक्री के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. इस वर्ष के दिवाली त्यौहार के सीजन में देश के ऑफलाइन ट्रेड में एक अनुमान के अनुसार लगभग 1 .75 लाख करोड़ का व्यापार हुआ जो पिछले वर्ष के मुकाबले

Updated on: 30 Oct 2022, 03:18 PM

highlights

  • अनुमान के अनुसार लगभग 1 .75 लाख करोड़ का हुआ व्यापार
  • दिवाली की बिक्री के बाद व्यापारी शादी के सीजन में जुटे 

नई दिल्ली :

इस वर्ष के दिवाली त्यौहार की खरीदी के सीजन ने पिछले अनेक वर्षों की दिवाली की बिक्री के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. इस वर्ष के दिवाली त्यौहार के सीजन में देश के ऑफलाइन ट्रेड में एक अनुमान के अनुसार लगभग 1 .75 लाख करोड़ का व्यापार हुआ जो पिछले वर्ष के मुकाबले 40 % से अधिक है. वर्ष 2021 में यह आंकड़ा 1 .25 लाख करोड़ का था. इस बार के त्यौहार में ग्राहकों का जोर भारत में निर्मित उत्पादों की खरीद में ही रहा जिसके चलते चीनी सामान बाज़ारों से लगभग नदारद ही रहा जिस वजह से चीन को लगभग 75 हजार करोड़ से ज्यादा का व्यापार का नुकसान भारतीय व्यापारियों ने दिया. इससे साफ़ जाहिर होता है की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल एवं आत्मनिर्भर भारत की अपील का देश भर में व्यापक असर देखने को मिला है. 

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 कैट द्वारा जारी यह आंकड़े कैट की रिसर्च विंग कैट रिसर्च एवं ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा देश के 30 शहरों में किये गए एक सर्वे के आधार पर हैं. यह सर्वे 26 सितम्बर से 26 अक्टूबर के दौरान लगातार विभिन्न चरणों में किया गया. कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने आज नई दिल्ली में जारी एक संयुक्त वक्तव्य में बताया की दिवाली पर इतने बड़े पैमाने पर देश के व्यापारियों द्वारा किया गया व्यापार और बाज़ारों में जिस तरह से ग्राहकों की भीड़ उमड़ी, उसने इस मिथक को तोड़ दिया की ई कॉमर्स व्यापार जल्दी ही देश के रिटेल व्यापार में अपनी पैठ बना लेगा. इस बड़े व्यापार से यह भी स्पष्ट हो गया की " सस्ता ही ज्यादा बिकेगा" की अवधारणा का अब ग्राहकों की खरीदी व्यवहार में कोई स्थान नहीं है बल्कि अब ग्राहक सामान की क्वालिटी पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं.

कैट ने यह सर्वे दिल्ली, मुंबई, पुणे, नागपुर, सूरत, अहमदाबाद, भोपाल, इंदौर, कलकत्ता, हैदराबाद,चेन्नई, पॉन्डिचेरी, बंगलोर, रायपुर, रांची, भुवनेश्वर, जयपुर, लखनऊ, कानपुर, झाँसी, वाराणसी, तिनसुकिया, जम्मू, जमशेदपुर, तिरुअनंतपुरम, पटना,  चंडीगढ़, अमृतसर, लुधियाना एवं गुड़गांव में किया. सर्वे में यह भी ध्यान में आया की इस बार दिवाली खरीद में टियर 2 एवं टियर 3 शहर, शहरीकृत ग्रामीण क्षेत्र आदि के व्यापारियों ने अपने नजदीक के शहरों से खूब खरीदारी की वहीँ महानगरों एवं बड़े शहरों के थोक व्यापारियों ने भी बड़ी मात्रा में अंतराज्यीय बिक्री की. देश भर में रिटेल बाज़ारों में स्थानीय ग्राहकों ने भी दिल खोलकर खरीदारी की और कमोबेश महंगाई का कोई ख़ास असर ग्राहकों की खरीदी पर नहीं पड़ा क्योंकि हर वर्ग की जरूरत के हिसाब से सामान की खूब बिक्री हुई.

श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा की दिवाली की बिक्री में मौटे तौर पर जिन वस्तुओं में ज्यादा एवं बड़ा व्यापार हुआ उनमें मुख्य रूप से एफएमसीजी आइटम्स, कंस्यूमर ड्युरेबल्स, किराना, खाद्यान, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल फिटिंग एवं इलेक्ट्रिक का अन्य सामान,फर्नीचर,कंप्यूटर एवं कंप्यूटर से संबंधित सामान, स्टेनलेस स्टील, एल्युमीनियम एवं पीतल के बर्तन, किचन के उपकरण एवं किचन की वस्तुएं, टेक्सटाइल, रेडीमेड गारमेंट एवं फैशन के कपडे, कास्मेटिक, व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुएं, गिफ्ट आइटम्स, घडिया, दीवार घड़ियाँ, सजावटी पेंटिंग, खिलौने, रेडीमेड खाद्य वस्तुएं, ऑफिस एवं घर की साज सज्जा का सामान, फर्निशिंग फैब्रिक्स, ज्वेलरी, सोने एवं चांदी का सामान, ऑटोमोबाइल्स, मिठाई एवं नमकीन, बेकरी प्रोडक्ट्स,कन्फेक्शनरी, दिवाली पूजा का सामान, बिजली के उपकरण, कागज़ एवं स्टेशनरी, बिल्डर हार्डवेयर, लकड़ी एवं प्लाईवुड आदि शामिल हैं वहीँ ट्रेवल, कैब सर्विस, रेस्टॉरेंट, गली मोहल्ले में काम करने वाले हलवाई, कुम्हार , शिल्पकार, कारीगर आदि ने भी इस दिवाली बड़ा व्यापार किया है.

दिवाली की बिक्री के बाद अब व्यापारी शादियों के सीजन की बिक्री की तैयारियों में जुट गए हैं और उम्मीद है की क्योंकि इस वर्ष कोरोना के कोई प्रतिबन्ध नहीं है इसलिए शादियां भी बड़े धूम धाम से होंगी जिससे भी व्यापार में बड़ी वृद्धि होगी. इस बार शादियों का सीजन 4 नवम्बर से शुरू हो रहा है जिसका पहला चरण 14 दिसंबर तक चलेगा. फिर वापिस एक महीने अंतराल के बाद 14 जनवरी से शादियों के सीजन का दूसरा चरण शुरू होगा.