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दिल्ली सल्तनत को चुनौती देने के लिए इनेलो की रैली में जुटे राजनीति के ये दिग्गज खिलाड़ी

केंद्र का भाजपा सरकार के खिलाफ विपक्ष की लामबंदी तेज होती जा रही है. इसकी एक झलक रविवार को भी देखने को मिली.

Updated on: 25 Sep 2022, 04:35 PM

फतेहाबाद :

केंद्र का भाजपा सरकार के खिलाफ विपक्ष की लामबंदी तेज होती जा रही है. इसकी एक झलक रविवार को भी देखने को मिली. इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के संस्थापक स्वर्गीय चौधरी देवी लाल की जयंती पर हरियाणा के फतेहाबाद जिले में रविवार को हुई रैली में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, माकपा के सीताराम येचुरी और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल सहित कई शीर्ष विपक्षी नेता एक मंच पर दिखाई दिए. इसे 2024 चुनाव से पहले विपक्ष को एकजुट करने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है. रैली को संबोधित करते हुए, जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि बिहार के सीएम पटना से दिल्ली सल्तनत को चुनौती देने आए हैं. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस के आठ पूर्व सीएम भाजपा में शामिल हो चुके हैं. ऐसे वक्त में नीतीश कुमार ईडी, आयकर और अन्य एजेंसियों से बिना डरे यहां तक पहुंचे हैं. 

समान विचारधारा वाली ताकतों को मिलेगी मजबूती
इस मौके पर बिहार के डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव और शिवसेना के अरविंद सावंत भी विपक्षी एकता के प्रदर्शन में हो रही रैली में शामिल हुए. इतने सारे क्षेत्रीय क्षत्रपों के एक साथ आने को विपक्षी एकता बनाने के प्रयासों के हिस्से के रूप में देखा जाता है. प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के रैली के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने की संभावना है. इस मुलाकात को लेकर समाजवादी नेता, त्यागी ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक बैठक होगी, जो 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ समान विचारधारा वाली ताकतों को मजबूत करेगी.

सोनिया के बाद राहुल से भी मिलेंगे लालू
गौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का मुकाबला करने के लिए पूरे विपक्ष को एकजुट करने के उद्देश्य से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे.  गौरतलब है कि पांच साल से अधिक समय में तीनों दलों के बीच यह पहली बैठक होगी. इससे पहले मंगलवार को भी लालू ने कहा था कि वह नीतीश कुमार के साथ दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. इस मौके पर भी राजद प्रमुख ने ऐलान किया था कि सभी को सतर्क रहने की जरूरत है. 2024 में भाजपा को उखाड़ फेंकने की जरूरत है. मैं जल्द ही दिल्ली जाऊंगा और सोनिया गांधी से मिलूंगा. मैं राहुल गांधी की पदयात्रा पूरी होने के बाद उनसे भी मिलूंगा.