Sushma Swaraj Passes away मंगलवार की रात पूर्व विदेशमंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) का 67 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. वो अचानक तबीयत खराब होने की वजह से एम्स (AIIMS) में भर्ती थीं जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि सुषमा स्वराज आज शाम को वह अपने घर मे गिर गई थीं. थोड़ी ही देर बाद उन्हें घबराहट होने लगी, जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में एम्स लाया गया. इमरजेंसी वार्ड में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. एम्स की ओर से इस बात की आधिकारिक पुष्टि कर दी गई है. बताया जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हुआ. उनके निधन पर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राहुल गांधी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने श्रद्धांजलि दी.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि सुषमा एक ऐसी अदभुत नेता थीं जिनके सभी पार्टियों के लोगों से मित्रवत रिश्ते थे. गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'सुषमा स्वराज जी के निधन के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं. वह एक अद्भुत नेता थीं जिनकी पार्टी लाइन से इतर मित्रता थी.'
उन्होंने कहा, 'दुख की इस घड़ी में उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। ऊॅं शांति.'
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'सुषमा जी के आकस्मिक निधन के बारे में जानकर मैं शॉक्ड रह गया. मैं उन्हें हमेशा एक गतिशील और संवेदनशील नेता के रूप में याद रखूंगा जिसमें आम लोगों के साथ सहानुभूति रखने की क्षमता है. उनकी याद आती रहेगी, भगवान आपकी आत्मा को शांति दे!'
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने शोक व्यक्तक करते हुए कहा कि, 'बहन सुषमा स्वराज जी के निधन की ख़बर सुनकर स्तब्ध हूँ। दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि.. ईश्वर से प्रार्थना है कि उनके परिजनों, समर्थकों को ये दुःख सहन करने का संबल प्रदान करें.'
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी: ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, 'एक प्रभावी सांसद, एक प्रभावी संचालक और एक उत्कृष्ट मानवीय नेता के रूप में उन्हें हमेशा याद किया जाएगा. उनकी कड़ी मेहनत ही उनकी ऊंचाइयों पर पहुंचने की कहानी थी.'
वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सुषमा स्वराज के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि यह सुनकर मैं हैरान रह गया हूं. मैने कभी यह सोचा भी नहीं था कि वो हमें इतनी जल्दी छोड़कर चली जाएंगी. मैं उन्हें 1977 से जानता था जब मैं युवा कांग्रेस में था. पिछले 42 सालों से हम एक दूसरे को जानते थे. वो मुझे भाई कहती थीं और मैं उन्हें बहन कहकर बुलाता था.
Source : रवींद्र प्रताप सिंह