दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग ने कार्यकाल खत्म होने से डेढ़ साल पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने की वजह उन्होंने शिक्षण कार्य में खुद की दिलचस्पी को बताया है।
13 जुलाई 2013 से दिल्ली के उप राज्यपाल की गद्दी संभालने के बाद नजीब जंग की केजरीवाल सरकार से कई मुद्दों पर मतभेद रहे हैं। कई बार ये विवाद मीडिया की सुर्खियों में भी छाया रहा। हम आपको बताते हैं आखिर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप राज्यपाल नजीब जंग के बीच किन मुद्दों पर जंग हुई थी।
1. DCW बनाम LG
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल और अन्य सदस्यों की नियुक्ति को लेकर नजीब जंग और केजरीवाल में ठन गई थी जिसके बाद मामला कोर्ट तक पहुंच गया था।
2. डीईआरसी प्रमुख को हटाए जाने को लेकर विवाद
दिल्ली बिजली नियामक आयोग के अध्यक्ष को हटाए जाने को लेकर भी दिल्ली सरकार और नजीब जंग के बीच काफी विवाद हुआ था। मुख्यमंत्री ने आयोग की अध्यक्ष कृष्णा सैनी की नियुक्ति तक को रद्द कर दिया था
3.15 वकीलों की नियुक्ति रद्द
केजरीवाल सरकार के 15 वकीलों की नियुक्ति को भी उप राज्यपाल नजीब जंग ने रद्द कर दिया था जिसके बाद मुख्यमंत्री और नजीब के बीच टकराहट बढ़ गई थी। बाद में आप सरकार ने जंग के फैसले को खारिज कर दिया था
4.विधायक निधि में 250 फीसदी बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव पर विवाद
उप राज्यपाल नजीब जंग ने दिल्ली के सभी विधायकों के स्थानीय क्षेत्र विकास निधि में 10-10 करोड़ की बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर भी रोक लगा दी थी। इसके बाद केजरीवाल और नजीब जंग के बीच विवाद खुलकर सामने आ गया था।
5. उप मुख्यमंत्री सिसोदिया के फिनलैंड दौरे पर विवाद
दिल्ली में डेंगू और चिकुनगुनिया के मामले में बढ़ोतरी होने के बीच मनीष सिसोदिया के फिनलैंड दौरे को लेकर भी दिल्ली सरकार और उप राज्यपाल के बीच जंग हुई थी। नजीब जंग ने सिसोदिया को तुरंत फिनलैंड दौरा रद्द कर दिल्ली वापस लौटने का आदेश दिया था जिसको सिसोदिया ने मानने से इनकार कर दिया था।
नजीब जंग उप राज्यपाल बनने से पहले जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के वीसी भी रह चुके थे।
Source : News Nation Bureau