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भारत-चीन की सख्ती के बाद पाकिस्तान में मचा हाहाकार, दर-दर भटक रहे वहां के लोग

पाकिस्तान अगर भारत के अलावा दूसरे देश से दवाई मंगाते हैं तो उसका खर्च इतना ज्यादा है कि पाकिस्तान सहन नहीं कर पाएगा

Updated on: 15 Oct 2019, 06:52 PM

नई दिल्ली:

भारत और चीन की दोस्ती का दम दुनिया ने देखी है. इस मजबूत दोस्ती का खामियाजा पाकिस्तान को भुगतना पड़ रहा है. भारत और चीन की सख्ती के बाद पाकिस्तान में संकट छा गया है. जिससे वहां के लोगों का जीना काफी मुश्किल हो गया है. भारत-चीन ने सस्ती दवाओं की सप्लाई रोक दी है. जिससे पाकिस्तान में जीवनरक्षक एंटी रेबीज दवाओं की भारी कमी हो गई है. पाकिस्तान में इन दिनों सिंध प्रांत में कुत्तों के काटने के मामलों में तेजी आ गई है.

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पाकिस्तान अगर भारत के अलावा दूसरे देश से दवाई मंगाते हैं तो उसका खर्च इतना ज्यादा है कि पाकिस्तान सहन नहीं कर पाएगा. 'रेबीज फ्री कराची' कार्यक्रम के डायरेक्टर नसीम सलाहुद्दीन ने बताया कि भारत की बजाय दूसरे देशों से वैक्सीन मंगाने का खर्च बहुत ज्यादा है. भारत से आए वैक्सीन की कीमत 1 हजार रुपये है, जबकि यूरोप से आए वैक्सीन की कीमत 70 हजार रुपये है. उन्होंने बताया कि सिंध प्रांत और राजधानी कराची के सरकारी अस्पतालों में भी इसकी कमी है.

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दवाई की कमी के कारण लोगों को वैक्सीन नहीं दिया जा रहा है. वैक्सीन नहीं लगने से लोग गंभीर बीमारी के शिकार हो जाएंगे. हालांकि ये हरकत पाकिस्तान की है. उसने ही अपने लोगों को नर्क का जीवन जीने पर मजबूर कर रहे हैं. अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारत से व्यापारिक रिश्ता तोड़ने का फैसला तो कर लिया, लेकिन अब यह उसे भारी पड़ रहा है. भारत-चीन दोनों सस्ती दवाई का सप्लाई बंद कर दिया है.