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देश में है कोरोना टीके की कमी, इधर केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन के लिए आगे बढ़ाया ये कदम

देश में वैक्सीन की किल्लत के बीच केंद्र सरकार ने एक और कदम आगे बढ़ाया है. अब टीकाकरण के लिए ऑनलाइन बुकिंग के अलावा सेंटरों पर ही रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू की गई है.

Updated on: 25 May 2021, 08:47 AM

highlights

  • वैक्सीनेशन के लिए एक और कदम
  • केंद्र सरकार ने आगे बढ़ाया कदम
  • अब सेंटर पर भी होगा रजिस्ट्रेशन

नई दिल्ली:

कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच भारत में वैक्सीन की कमी से दो चार होना पड़ा रहा है. देश में कोरोना टीकों की कमी इतनी हो चली है कि घंटों तक लाइन में लगने के बाद 18 साल से ऊपर के कुछ लोगों को बिना वैक्सीन लिए लौटना पड़ता है तो कई जगह हालात ऐसे में हैं कि लोग पहली डोज ले चुके हैं और अब दूसरी डोज मिल नहीं रही है. देश की राजधानी दिल्ली समेत कई जगहों पर तो वैक्सीनेशन सेंटरों को भी बंद करना पड़ा है. मगर देश में वैक्सीन की किल्लत के बीच केंद्र सरकार ने एक और कदम आगे बढ़ाया है. अब टीकाकरण के लिए ऑनलाइन बुकिंग के अलावा सेंटरों पर ही रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू की गई है.

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देश में1 मई से 18 प्लस लोगों के लिए वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया गया था. इस अभियान की शुरुआत कई जगह पहले ही देरी से शुरू हुई थी, क्योंकि उन राज्यों को वैक्सीन नहीं मिल पाई थी. बाद में जब उन्हें वैक्सीन पहुंची गई, तब जाकर कहीं वैक्सीनेशन शुरू किया गया. लेकिन कुछ ही दिनों के बाद वैक्सीन की किल्लत शुरू हो गई, जो अभी भी बरकरार है. हालांकि अभी तक 18 प्लस उन लोगों को ही वैक्सीन दी जा रही थी, जो सरकारी बेवसाइट पर टीके का स्लॉट ऑनलाइन बुक करते थे. अब केंद्र सरकार ने उन लोगों के लिए भी सुविधा शुरू की है, जो ऑनलाइन बुकिंग नहीं कर पाते थे.

केंद्र सरकार ने 18-44 वर्ष आयु वर्ग के लिए कोविन डिजिटल प्लेटफॉर्म पर टीकाकरण स्थल पर ही पंजीकरण/सहायक समूह पंजीकरण की सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है. केंद्र सरकार ने यह फैसला राज्यों द्वारा किए गए विभिन्न अनुरोधों और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 18-44 वर्ष आयु वर्ग के टीकाकरण के लिए प्राप्त जानकारियों के आधार पर लिया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ऑनलाइन स्लॉट के साथ विशेष रूप से आयोजित टीकाकरण सत्रों के दौरान  उस दिन समय की समाप्ति के समय तक यदि कुछ ऑनलाइन समय पाए हुए लाभार्थी किसी कारण से टीकाकरण के दिन नहीं आ पाते हैं. तब ऐसी स्थिति में  टीकों की बर्बादी को कम से कम करने के लिए कुछ लाभार्थियों का टीकाकरण स्थल पर ही पंजीकरण आवश्यक हो सकता है.

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स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भले ही कोविन इस समय एक मोबाइल नंबर पर आरोग्य सेतु और उमंग जैसे ऐप्स और सामान्य सेवा केन्द्रों आदि के माध्यम से 4 लाभार्थियों के पंजीकरण और समय दिए जाने की सुविधा प्रदान करता है, लेकिन समूह में सुविधा की आवश्यकता वाले लोगों या जिन लोगों की पहुंच अभी भी इंटरनेट या स्मार्ट फोन या मोबाइल फोन तक नहीं है, के लिए अभी भी टीकाकरण के विकल्प  बहुत सीमित हैं. इसलिए अब 18-44 आयुवर्ग के लिए कोविन प्लेटफ़ॉर्म पर टीकाकरण स्थल पर ही पंजीकरण एवं समय निर्धारण की सुविधा दी जा रही है. हालांकि यह सुविधा वर्तमान समय में केवल सरकारी कोविड टीकाकरण केंद्रों (सीवीसी) के लिए ही सक्षम की जा रही है.

संबंधित राज्य/केन्द्र शासित प्रदेशों की सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के बाद ही इस सुविधा का उपयोग किया जा सकेगा. ऐसा करने के लिए राज्य सरकार /केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन को 18-44 आयु वर्ग के पात्र लाभार्थियों के सामूहिक पंजीकरण और समय निर्धारण में स्थानीय सन्दर्भ के आधार पर एक अतिरिक्त उपाय टीकाकरण स्थल पर ही पंजीकरण/समूह में पंजीकरण की सुविधा शुरू करने  का निर्णय करना होगा ताकि टीकों की बर्बादी कम से कम हो सके.

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 18 से 44 वर्ष की आयु समूह के लिए ऑन-साइट पंजीकरण और नियुक्ति सुविधा का उपयोग करने की सीमा और तरीके के संबंध में संबंधित राज्य / केंद्र शासित प्रदेश सरकार के निर्णय का सख्ती से पालन करने के लिए सभी जिला टीकाकरण अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी करने की सलाह दी है. इसके अलावा  स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को यह सलाह भी दी है कि टीकाकरण केंद्रों पर भीड़भाड़ से बचने के लिए 18-44 वर्ष आयु वर्ग के लिए साइट पर पंजीकरण और टीकाकरण के लिए समय निर्धारित किए जाते समय अत्यधिक अतिरिक्त सावधानी बरती जानी चाहिए.