logo-image

Andaman:अंडमान की हवाओं में बसती है सावरकर और बोस की आत्मा : अमित शाह

डमान-निकोबार की हवाओं में वीर सावरकर और सुभाष चंद्रबोस की आत्मा बसती हैं. इन्ही महापुरुषों की वजह से आज भारत है. ये लोग ने होते तो भारत का अस्तित्व ही खत्म हो गया होता. वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने सरदार पटेल को याद करते हुए कहा कि भारत को बनाने में स

Updated on: 16 Oct 2021, 05:39 PM

highlights

  • गृह मंत्री अमित शाह आज अंडमान निकोबार में विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास करने पहुंचे हैं 
  • अमित शाह बोले में मैने सावरकर को बचपन से पढ़ा है
  • भारत को बनाने में सरदार पटेल की बड़ी भूमिका 

नई दिल्ली :


अंडमान-निकोबार की हवाओं में वीर सावरकर और सुभाष चंद्रबोस की आत्मा बसती हैं. इन्ही महापुरुषों की वजह से आज भारत है. ये लोग ने होते तो भारत का अस्तित्व ही खत्म हो गया होता. वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने सरदार पटेल को याद करते हुए कहा कि भारत को बनाने में सरदार की अहम भूमिका है. ऐसे लोहपुरुष हजारों साल में जन्म लेते हैं. ये सभी बात देश के गृह मंत्री अमित शाह ने उस वक्त कही. जब वे अंडमान-निकोबार में विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास करने पहुंचे थे. उन्होने कहा मैने वीर सावरकर को बचपन में ही पढ़ लिया था.  वो बहुत ही वीर और देश के लिए सोचने वाले विचारक थे.

यह भी पढें :Singhu Border Murder: निहंग सरबजीत को 7 दिन की रिमांड, हत्या के आरोप में हुआ था गिरफ्तार

उन्होने कहा की समय रहते यदि देश सही हाथों में नहीं जाता तो आज हालत कुछ और होती. उन्होने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी जी ने भारत को एक नई पहचान दी है. मैंने बहुत छोटी उम्र से सावरकर जी को पढ़ा है. मेरे हृदय में हमेशा उनका एक अनन्य स्थान और उनके लिए अनन्य भक्ति भाव रहा है. मैं मन से मानता हूं कि इतनी उत्कृष्ट राष्ट्रभक्ति शायद ही ईश्वर ने किसी व्यक्ति के दिलों-दिमाग में दी होगी, जितनी वीर सावरकर जी में थी.

उन्होने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता देश को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं. लेकिन अब देश का वोटर पढ़ा-लिखा है. वैसे ही किसी की बातों में नहीं आता. इसलिए हर चुनाव में विपक्ष को मुंह की खानी पड़ती है. ये संकल्प लेने का वर्ष है, विशेषकर भाजपा के कार्यकर्ताओं के लिए. क्योंकि हमारी पार्टी की स्थापना ही महान भारत की रचना के लिए हुई है, हम सत्ता के लिए राजनीति में नहीं आये हैं. विचारधारा से बंधे हुए लोग हैं और हमारी विचारधारा महान भारत की रचना की विचारधारा है..