राजस्थान के राजघराने ने खुद को बताया भगवान राम का वंशज, सबूत दिखाने का किया दावा

दिया ने कहा, 'इस दावे का आधार हमारे पास है. हस्तलिपि, वंशावली और दस्तावेज हमारे पोथी खाने में मौजूद हैं.'

दिया ने कहा, 'इस दावे का आधार हमारे पास है. हस्तलिपि, वंशावली और दस्तावेज हमारे पोथी खाने में मौजूद हैं.'

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yogesh bhadauriya
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राजस्थान के राजघराने ने खुद को बताया भगवान राम का वंशज, सबूत दिखाने का किया दावा

बीजेपी सांसद और जयपुर की राजकुमारी दीया कुमारी ने दावा किया है

राजस्‍थान के राजसमंद से बीजेपी सांसद और जयपुर की राजकुमारी दिया कुमारी ने दावा किया है कि उनका राजघराना भगवान राम के पुत्र कुश का वंशज है. दिया ने कहा, 'इस दावे का आधार हमारे पास है. हस्तलिपि, वंशावली और दस्तावेज हमारे पोथी खाने में मौजूद हैं.' दावे के बाद गयापाल पंडा ने कहा कि राजकुमारी अगर हमसे भी बही खाते की मांग करेंगे तो सबूत के तौर पर पेश करेंगे. उन्होंने कहा की भगवान राम के बड़े बेटे कुश के नाम पर ख्यात कच्छवाहा/कुशवाहा वंश के वंशज हैं और इस आधार पर वे श्री राम के वंशज है.

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राजकुमारी दिया के ब्यान के बाद 'जयपुर सोने के कड़े वाले गयापाल पंडा' ने जयपुर राजघराने का इतिहास ढूंढना शुरू किया. जिसके अनुसार 50 साल पूर्व की बही खाते में जयपुर राजघराने के कर्नल हरनाथ सिंह सिटी पैलेस हाउस होल्ड जयपुर स्टेट की राजमाता गायत्री देवी और कर्नल भवानी सिंह, पृथ्वी सिंह ने 30 सितंबर 1972 को मान सिंह महाराजा माधो सिंह और राम सिंह का पिंडदान करने गया आये थे. वहीं राजमाता गायत्री देवी भी 24 दिसंबर 1987 को पिंडदान करने गया आयीं थीं जिसका पूरा विवरण व हस्ताक्षर बही खाते में मौजूद है.

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वहीं 21 अप्रैल 1999 को ठाकुर हरि सिंह और ठाकुर प्रताप सिंह ने सवाई मान सिंह और महराजा जगत सिंह का पिंडदान करने गया आये थे. पंडा समाज के पास पिछले 300 साल पुराना खाता मौजूद है. बताया गया कि जो भी पिंडदान करने गया आते हैं उनकी पूरी वंशावली हमारे पास लिखी जाती है.

माता सीता और भगवान राम के पिंड़दान के लेखाजोखा पर उन्होंने कहा कि उस समय त्रेता युग और द्धापर युग की बात है उस समय कागज कलम नहीं थी. ताम्र पत्र और भोज पत्र चला करता था लेकिन वैसा कुछ नहीं है. लेकिन हिन्दू धार्मिक ग्रंथो में रामायण और पुराणों में यह वर्णित है की भगवान राम और माता सीता यहां राजा दसरथ का पिंडदान करने आए थे.

वहीं उन्होंने राजकुमारी दीया और भगवान श्री राम के 309 वे वंशज के सवाल पर कहा की यह सत्य है. चुंकि उनके वंशज ही सेवई मान सिंह श्री राम के वंशज हैं उन्ही से यह चलता आ रहा है. इसलिए राजकुमारी दिया का कहना सच है. वहीं कुछ पंडों ने कहा कि भगवान श्री राम भी सूर्यवंशी थे और राजकुमारी दिया भी सूर्यवंशी ही हैं लेकिन अब राजकुमारी दिया किनके वंशज है यह स्पष्ट नहीं है. लेकिन यह भी सच है की जितने भी सूर्यवंशी है वो भगवान राम के हीं वंशज हैं.

Source : अजीत कुमार

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