भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 93 साल की उम्र में आज दिल्ली के AIIMS में निधन हो गया। साल 2004 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हार मिलने के बाद ही करीब-करीब राजनीति से दूरी बना ली थी। हालांकि कि वो पार्टी के लिए इस दौरान काम करते रहे। साल 2007 में उन्होंने आखिरी बार सार्वजनिक मंच से राजनीतिक रैली में भाषण दिया था। राजनीतिक जीवन में यह उनका आखिरी भाषण था जो उन्होंने साल 2007 के पंजाब विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार के लिए दिया था और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला था। बीते 8 सालों से वाजपेयी डिमेंशिया नाम के बीमारी से जूझ रहे थे। इस बीमार की वजह से रोगी सबकुछ भूल जाता है। उन्हें मूत्राशय और मधुमेह जैसे रोग भी थे जिसकी वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
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वाजपेयी आखिरी बार साल 2007 में उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए व्हील चेयर पर वोट डालने संसद भवन पहुंचे थे। साल 2009 में बतौर सांसद अपना अंतिम कार्यकाल खत्म करने के बाद वो कभी सार्वजनिक जीवन में नहीं लौटे। बीते 14 सालों से वो बीमार चल रहे थे।
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बीमार होने के बाद वाजपेयी की आखिरी तस्वीर उस वक्त सामने आई थी जब तत्कालीन राष्टपति प्रणब मुखर्जी उन्हें भारत रत्न सम्मान देने उनके आवास पहुंचे थे। व्हील चेयर पर बैठकर ही उन्होंने सम्मान लिया था।
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प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद वाजपेयी अपने सरकारी आवास कृष्ण मेनन मार्ग में अपनी गोद ली हुई बेटी नमिता भट्टाचार्य के साथ रहते थे।
Source : News Nation Bureau