इजरायल में रॉकेट हमले में मारी गई केरल की महिला का शव भारत लाया जाएगा
सौम्या संतोष का शव उसके घर लाया जाएगा. सौम्या वहां नर्स (केयरगिवर) के रूप में काम करती थीं. 31 साल की सौम्या पिछले नौ सालों से इजरायल में काम कर रही थीं
highlights
- हमले में इजरायल में एक भारतीय महिला की भी मौत हो गई है
- मृतक केरल की रहने वाली सौम्या संतोष, सौम्या 80 वर्षीय इजरायली महिला की केयर टेकर थी
तिरुवनंतपुरम:
इजरायल और हमास के बीच जारी तनाव अब बेहद हिंसक हो चुका है. रातों-रात दोनों पक्षों के बीच हुए हमलों में मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है. हमास ने भी इजरायल पर करीब 200 रॉकेट दागे हैं. दोनों तरफ से लगातार राकेट दागे जा रहे हैं. इनमें से एक राकेट इजरायल के शहर अश्कलोन में इमारत पर गिरा. इस हमले से केरल की रहने वाली सौम्या संतोष की मौत हो गई. सौम्या 80 वर्षीय इजरायली महिला की केयर टेकर थी. रॉकेट हमले में उस इजरायली महिला ने भी जान गंवा दी, बता दें कि सौम्या संतोष का शव उसके घर लाया जाएगा. सौम्या वहां नर्स (केयरगिवर) के रूप में काम करती थीं. 31 साल की सौम्या पिछले नौ सालों से इजरायल में काम कर रही थीं और वह चार साल पहले इडुक्की अपने घर आई थी. सूत्रों ने कहा कि इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहा संघर्ष अब केरल की नर्सों के लिए बढ़ती चिंता का विषय बन गया हैं. घटना को याद करते हुए, सौम्या के पति संतोष ने कहा कि वे एक वीडियो कॉल पर बात कर रहे थे और अचानक उन्होंने एक भयानक शोर सुना और दूसरी तरफ से कोई जवाब नहीं आया. संतोष ने बताया, "थोड़ी देर के बाद, मैंने कुछ लोगों का शोर सुना क्योंकि वीडियो कॉल कनेक्ट हो गया. बाद में, मुझे बताया गया कि वह कुछ अन्य लोगों के साथ मर गई है." "हमने उसे दूसरी जगह जाने के लिए कहा था और वह एक बुजुर्ग महिला की देखभाल कर रही थी." खबर है कि इस जंग में अब तक 35 फलस्तीनी और 5 इजरायली मारे जा चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन का ये बयान आया कि सौम्या के शव को घर लाने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं, जिसे अब बुर्सेल, अश्केलोन के एक अस्पताल में रखा गया है.
वही गाजा पट्टी पर इजरायल के हमले में मरने वालों की संख्या 35 पहुंच गई है. इजरायली सेना का कहना है कि हमले में कम से कम 16 आतंकी मारे गए हैं. इजरायली सेना के प्रवक्ता जोनाथन कोनरिकस के अनुसार हमास ने इजरायल पर लगभग दो सौ राकेट दागे हैं. इजरायल और फलस्तीन के बीच जारी हिंसा के चलते प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने लॉड शहर में आपातकाल की घोषणा की है. सरकार ने प्रदर्शनों के चलते यह फैसला लिया है. इस दौरान तीन धार्मिक स्थल और कई दुकानों को आग लगा दी गई है. प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया.
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